(बैतूल) अपनी-अपनी ढपली, अपना-अपना राग... - सबका अपना-अपना लोभ लालच भी , - पंचायतों में एक दूसरे के खिलाफ खुलकर शिकायत करने से नहीं रहता परहेज भ्रष्टाचार में हिस्सेदारी की लड़ाई में ही खुलते है पंचायतों में मोर्च

बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा। पंचायतों में छोटे-छोटे स्वार्थ और भ्रष्टाचार को लेकर विवाद लगातार बढ़ रहे है। हर पंचायत में सरपंच, सचिव, रोजगार सहायक, जनपद सदस्य, पंच, उपसरपंच आदि में कहीं न कहीं कोई न कोई टसल या विवाद है ही और यही कारण है कि जिला मुख्यालय पर पंचायतों से आकर जितनी शिकायतें की जाती है उनके पीछे मूल वजह पंचायतों के निर्माण कार्य में सबका अपना-अपना स्वार्थ है।
इसके उदाहरण आए दिन जिला मुख्यालय पर जनसुनवाई से लेकर अन्य शिकायतों में दिखाई देते है अब जैसे जिला मुख्यालय से लगी टेमनी पंचायत का ही मामला देख ले। यहां पर जीआरएस की शिकायत को लेकर जनपद सदस्य मंगलवार को लाव लश्कर लेकर आता है और शिकायत करता है। इसके अगले दिन ही एक युवक उसी पंचायत की आधा सैकड़ा महिलाओं को लेकर आता है और वह जनपद सदस्य की शिकायत करता है। स्वाभाविक है कि जनपद सदस्य ने जो शिकायत की है उसकी प्रतिक्रिया में यह शिकायत हुई। टेमनी पंचायत का मामला महज एक उदाहरण है। किसी भी पंचायत में चले जाए वहां पर सरपंच, सचिव, रोजगार सहायक इनकी कार्यप्रणाली को लेकर असंतोष दिखाई दे ही जाएगा और इन पर खुला आरोप रहता है कि इनके द्वारा निर्माण कार्यो में और योजनाओं में भ्रष्टाचार किया जा रहा है। पंचायती राज की भ्रष्टाचार व्यवस्था को समझने वाले स्व. राजेश ओझा अक्सर कहा करते थे कि पंचायतों में भ्रष्टाचार की शिकायत होना ही एक भ्रष्टाचार है और उसकी जांच होना भी एक भ्रष्टाचार है। उनका कहना था कि पंचायत में खुली लूटमार होती ही है और हर व्यक्ति यह चाहता है कि उसे उसका हिस्सा मिले और जहां हिस्से के बंटवारे में गड़बड़ हुई तो शिकवा शिकायत शुरू हो जाता है। विशेष बात यह है कि भ्रष्टाचार के इस तरह के खेल में इंजीनियर से लेकर जनपद सीईओ और अन्य अधिकारी की भी भूमिका रहती है, लेकिन शिकायतें लोकल लेबल के आधार पर ही एक दूसरे के खिलाफ करते है।
03 अक्टूबर जीआरएस को हटाने आया जनपद सदस्य...
जिला मुख्यालय की टेमनी पंचायत से जनसुनवाई में जनपद सदस्य के नेतृत्व में आधा सैकड़ा ग्रामीण आए और उनका आरोप था कि जीआरएस ने भ्रष्टाचार किया है, इसकी जांच हो चुकी है और जांच के बाद भी कार्रवाई नहीं हो रही है।
- 05 अक्टूबर जनपद सदस्य को हटाने जीआरएस ने भेजे लोग...
गुरूवार को करीब आधा सैकड़ा से ज्यादा महिलाओं के साथ एक युवक कलेक्टर को ज्ञापन देने आया। उनका कहना है कि जनपद सदस्य को हटाया जाए, जनपद सदस्य सभी कार्यो का विरोध करता है और उसने आंगनवाड़ी का काम भी पूरा नहीं किया है।
नवल वर्मा बैतूल हेडलाइन 06 अक्टूबर 2023