बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा। बैतूल जिले में सिंचाई के लिए किसान नहर का पानी तो चाहता है, लेकिन उस पानी के बदले में भुगतान नहीं करना चाहता। कई समृद्ध और प्रभावशाली किसान ऐसे भी है जिन पर वर्षो से बकाया है, लेकिन वे भुगतान ही नहीं कर रहे है। जल संसाधन विभाग की जानकारी के अनुसार मुलताई डिवीजन में ही करीब 4 करोड़ रूपए किसानों से सिंचाई का पैसा लेना है, वहीं बैतूल डिवीजन में करीब 2 करोड़ रूपए की वसूली किसानों पर बकाया है। यदि दोनों जगह किसानों की संख्या देखी जाए तो करीब-करीब 5 से 7 हजार किसान होंगे जो सिंचाई का पैसा नहीं दे रहे है। जल संसाधन विभाग की जानकारी के अनुसार किसानों से प्रति एकड़ सवा रूपए प्रति वर्ष भुगतान लिया जाता है। इतना कम पैसा भी किसान जमा करने से कतराते है। उनकी जब राशि बहुत ज्यादा हो जाती है और विभाग नोटिस देता है तो किसान दबाव बनाने के लिए राजनीति करने लगते है। वहीं अब जो पाईप लाईन वाली सिंचाई व्यवस्था है इसमें पम्प से पानी दिया जाता है तो किसानों से 1250 रूपए प्रति एकड़ के हिसाब से बिल लिया जाता है। बताया गया कि विभिन्न जलाशयों में पानी को लेकर किसान हल्ला मचाता है, लेकिन बिल जमा करने के मामले में आनाकानी करता है और इसलिए जल संसाधन विभाग का दोनों डिवीजन में करीब 6 करोड़ रूपए का बकाया है। विभाग का कहना है कि जो नियम है उससे ही वसूली करते है।
और इधर किसान का आरोप उसने सिंचाई का पानी भी नहीं लिया फिर भी उसे 27 हजार का बिल दे दिया
पट्टन तहसील की ग्राम पंचायत पचधार के ग्राम गरवा निवासी पांडूरंगा दवंडे का आरोप है कि खेत में सिंचाई के लिए पानी पहुंचाए बिना ही उसे 26 हजार 689 रूपए का बिल विभाग द्वारा थमा दिया गया है। उसने जो कलेक्टर को शिकायत की है, उसमें बताया है कि उसका खेत ग्राम गरवा में खसरा नं 126, रकबा 5.9363 हेक्टेयर है। जिसमें उसके दो ट्यूबवेल 2004 से चालू है और दोनों का रेगूलर कनेक्शन है। उसके इस खेत में न ही नहर का पानी पहुंचा है और न ही पाईप डाले गए है। जमीन पर गढ्डे है जो अभी भी बराबर नहीं किए और न ही कोई पानी छोड़ा गया है। वहीं खसरा नं 664 में रकबा 3.711 हेक्टेयर में पाईप लाईन नहीं पहुंची है और वह दो कुएं से सिंचाई करता है। इसके बावजूद दोनों खेत के ठेकेदार और जल संसाधन विभाग ने बिना पानी दिए ही उसे 26 हजार 689 रूपए का बिल थमा दिया है। वहीं जल संसाधन विभाग के ईई विपिन वामनकर का कहना है कि यदि किसी को शिकायत है तो वह आकर आवेदन दे सकता है । जांच करवाकर विधिवत समाधान निकालेंगे।
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 07 अक्टूबर 2023