(बैतूल) खनिज विभाग तमाम जानकारी के बाद भी आंख बंद कर बैठा, शासन को राजस्व का नुकसान , - जेल निर्माण कर रहा ठेकेदार रेत का अवैध खनन कर भी बेच रहा

बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा। कढ़ाई में जिस ठेकेदार द्वारा जेल का निर्माण किया जा रहा है, उसके द्वारा वहां पर अवैध खनन का कृत्य हर स्तर पर किया जा रहा है। उसके द्वारा खनन को लेकर किसी भी तरह की कोई अनमुति प्राप्त नहीं की गई है। ठेकेदार धड़ल्ले से मुरम खनन कर बेच रहा है। इसके अलावा जेल के लिए आवंटित भूमि में स्थित नाले और स्टाप डेम से भी रेत निकाल रहा है। कुछ रेत का उपयोग स्वयं कर रहा है और बाकी रेत बेच भी रहा है।
बताया गया कि कुछ नेतानुमा लोग ठेकेदार और उसके पेटी कांन्ट्रेक्टर किसी गोकुल पवार के साथ मिलकर यह सब अवैध काम कर रहे है और उन्हीं नेतानुमा लोगों के डम्पर से मुरम और रेत बेची जा रही है। मौके पर चल रहे अवैध खनन को लेकर स्थानीय ग्रामीण अर्जुन जावलकर ने कलेक्टर अमनबीर सिंह बैंस, एसपी सिद्धार्थ चौधरी और जिला खनिज अधिकारी को लिखित में शिकायत भी की है। उसका आरोप है कि जेल निर्माण कर रही कंपनी द्वारा अवैध रूप से बिना विभाग की अनुमति के और बिना रायल्टी जमा किए ही स्थानीय नाले और उस पर बने स्टाप डेम में से हर दिन 10-12 डम्पर रेत या 15-20 ट्राली रेत जेसीबी मशीन से निकाली जा रही है।
इन लोगों द्वारा कुछ रेत बेची जा रही है और कुछ रेत जेल निर्माण स्थल पर डम्प करके भी रखी गई है। उनके द्वारा खुला अवैध खनन कर खनिज की चोरी की जा रही है। इस पूरे मामले में खनिज विभाग को सूचना देने के बाद खनिज निरीक्षक भागवत नागवंशी, विरेन्द्र वशिष्ट कोई कार्रवाई नहीं करते है। उनका कहना है कि जेल निर्माण करने वाली कंपनी के कर्मचारी दावा करते है कि उनके खिलाफ कोई कितनी भी शिकायत कर ले कुछ होने जाना वाला नहीं है। क्योंकि उनकी कंपनी के ऊपर किसी बड़े साहब का बड़ा हाथ है।
- सैकड़ों हरे-भरे वृक्ष भी काटे गए...
जेल निर्माण स्थल पर सैकड़ों हरे-भरे वृक्ष भी काटे गए है। वृक्ष काटने के पहले किसी तरह से कोई विधिवत अनुमति और नियम अनुसार वैकल्पिक प्लांटेशन के लिए कोई पैसा या राशि वन विभाग में जमा नहीं की गई है। मजेदार बात यह है कि जो अनुमति दी गई है उसमें कहीं भी पेड़ का उल्लेख ही नहीं है।
- जल संरचनाएं हो रही है तबाह...
जिस जगह पर जेल निर्माण किया जा रहा है। वहां राजीव गांधी जल ग्रहण मिशन सहित ग्राम पंचायत की जल संरचनाएं है, इनकी जानकारी भी जेल निर्माण की अनुमतियां में उपलब्ध नहीं है। बिना अनुमति के ही इन जल संरचनाओं को तबाह करने का आरोप भी अर्जुन जावलकर ने लगाया है।
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 14 अक्टूबर 2023