(बैतूल) प्राथमिक और माध्यमिक शालाओं में अर्धवार्षिक परीक्षाएं और चुनाव साथ-साथ , - स्कूलों में 17 नवम्बर को मतदान के दिन परीक्षाएं

बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा। प्राथमिक और माध्यमिक शालाओं में अर्ध वार्षिक परीक्षा का शेड्यूल जारी हो चुका है और इस शेड्यूल के अनुसार 6 नवम्बर से लेकर 17 नवम्बर तक परीक्षाएं होना है। वहीं मजेदार बात यह है कि इसी दौरान विधानसभा चुनाव का भी शेड्यूल है, जिसमें 17 नवम्बर को मतदान होना है। मतदान में खास बात यह है कि शिक्षक ही मतदान केन्द्रों पर पीठासीन अधिकारी की भूमिका में भी है और लगभग 80 फीसदी मतदान केन्द्र किसी न किसी स्कूल में ही बनाए गए है। अब ऐसी स्थिति में सवाल यह है कि जो चुनाव और अर्धवार्षिक परीक्षा की तारीखें एक दूसरे को क्रास कर रही है, इन्हें मैनेज कैसे किया जाएगा। वहीं दूसरी ओर सवाल यह है कि कर्मचारी संगठनों में भी चुनाव की तारीखें आगे बढ़ाए जाने को लेकर सुगबुगाहट देखी जा रही है और वे मांग भी कर रहे है। बताया गया कि जिले में कुल 2308 प्राथमिक और माध्यमिक शालाएं है जिसमें से 778 माध्यमिक शालाएं है।
जो परीक्षा का शेड्यूल है उसमें प्राथमिक स्तर पर कक्षा तीसरी, चौथी एवं माध्यमिक स्तर पर कक्षा छटवीं, आठवीं में परीक्षा आयोजित होनी है और घोषित टाईम टेबल के अनुसार यह परीक्षाएं 6 नवम्बर से 18 नवम्बर के दौरान आयोजित होगी। वहीं जो चुनावी तैयारियां है उसमें 15 नवम्बर के बाद से ही पोलिंग सेंटर पर चुनाव की पूरी तैयारियां फाईनल हो जाएगी और 16 नवम्बर से पोलिंग दलों को चुनाव कराने के लिए भेजा जाने लगेगा। ऐसे में यह चुनाव कैसे हो पाएंगे यह बड़ा सवाल है? बताया गया कि जो परीक्षाएं आयोजित होने वाली है उसमें 09 नवम्बर के बाद सीधे एक हफ्ते का गेप रखा गया है और अगला पेपर 17 नवम्बर को रखा गया है। यह गेप इस दौरान दीपावली त्यौहार की वजह से रखा गया है। अब 17 नवम्बर को मतदान भी है। इधर शिक्षकों द्वारा प्रश्र पत्र बनाने की तैयारी भी चल रही है और दूसरी तरफ उन्हें चुनाव ड्यूटी की ट्रेनिंग भी करनी पड़ रही है। इस तरह की स्थितियों को लेकर शिक्षकों में ऊहापोह की स्थिति है, लेकिन चुनाव को देखते हुए अब परीक्षाएं आगे बढ़ा दी जाएगी।
- और चुनाव आगे बढ़ाने की मांग...
वहीं दूसरी तरफ कर्मचारी संगठनों का कहना है कि चुनाव की वजह से त्यौहार में कर्मचारी अपने घर नहीं जा पाएंगे। जो कर्मचारी अन्य जिले के रहने वाले है वे किसी सूरत में जा नहीं जा सकते। इसलिए बेहतर होगा कि चुनाव को ही आगे बढ़ाया जाए। कर्मचारियों का कहना है कि यह मांग विभिन्न कर्मचारी संगठनों द्वारा प्रदेश स्तर से भी की जा रही है।
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 20 अक्टूबर 2023