बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा। चुनावी दौर की राजनीति में कई तरह के उलटफेर देखने में आ रहे है। पिछले चार माह से टिकट के लिए हर तरह का फार्मूला आजमाने वाली निशा बांगरे को कांग्रेस की सदस्यता आज मिल गई है। हालाकि उन्हें अब टिकट मिलने के चांस लगभग नगण्य है। वहीं आखरी मौके पर मनोज मालवे को टिकट मिल ही गई और उन्होंने बी फार्म के साथ बैतूल में अपना नामांकन भी दाखिल कर दिया है। इस उलटफेर के अलावा गोंडवाणा गणतंत्र पार्टी में भी उठा पठक जारी है। उनके जिलाध्यक्ष हेमंत सरियाम ने ही पार्टी छोड़ दी है। इधर अलस्या सोलंकी ने भी राजनीति में धमाकेदार एंट्री करते हुए भारी लाव लश्कर के साथ नामांकन दाखिल कर अपनी ताकत दिखाने की कोशिश की है। वहीं गुरूवार को कुल 9 उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया है। जिसमें भाजपा से हेमंत खण्डेलवाल ने बैतूल से, डॉ योगेश पंडाग्रे ने आमला से, गंगा उईके ने घोड़ाडोंगरी से नामांकन दाखिल किया है। वहीं कांग्रेस से सुखदेव पांसे ने मुलताई और मनोज मालवे ने आमला से नामांकन दाखिल किया है। 

- निशा ने कहा चुनाव लडऩा चाहती हूं पर निर्दलीय नहीं और कमलनाथ ने स्पष्ट किया आप चुनाव नहीं लड़ रही...
डिप्टी कलेक्टर पद से इस्तीफा देकर कांग्रेस जॉइन करने वाली निशा बांगरे ने कहा है कि मैं चुनाव लडऩा चाहती हूं, लेकिन सिर्फ पार्टी के सिंबल पर। बातचीत में उन्होंने कहा कि मैं निर्दलीय चुनावी मैदान में नहीं उतरूंगी। निशा बांगरे ने कहा कि कमलनाथ ने उन्हें भरोसा दिया है कि टिकट बदलने का प्रयास करेंगे। आमला से अभी भी टिकट के सवाल पर उन्होंने कहा- मैं तो आशान्वित हूं कि चीजें बदलेंगी। अभी समय है, पार्टी अपना निर्णय बदल भी सकती है। कमलनाथ के इस बयान के बाद कि आपकी सेवाओं की प्रदेश को आवश्यकता है। इस पर निशा बांगरे ने कहा है कि वो पार्टी के लिए प्रचार करेंगी। इससे पहले कमलनाथ ने साफ कर दिया है कि पूर्व डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी। कमलनाथ ने गुरुवार को छिंदवाड़ा में नामांकन भरने के बाद सभा को संबोधित करते हुए यह बात कही। मंच पर निशा भी मौजूद थीं। पीसीसी चीफ ने कहा, 'आप उदाहरण बनेंगी। आप चुनाव नहीं लड़ रहीं, कोई बात नहीं। आपकी सेवाओं की आवश्यकता प्रदेश में है। निशा बैतूल जिले की आमला सीट से दावेदारी कर रही थीं। कांग्रेस ने काफी समय तक ये सीट होल्ड भी रखी, लेकिन निशा बांगरे का डिप्टी कलेक्टर पद से इस्तीफा स्वीकार नहीं होने की सूरत में कांग्रेस ने मनोज मालवे को प्रत्याशी बना दिया। इस्तीफा स्वीकार होने के बाद निशा ने बुधवार को भोपाल में कमलनाथ से मुलाकात की। आज सुबह भी वे छिंदवाड़ा के शिकारपुर स्थित कमलनाथ के आवास पर उनसे मिलने पहुंचीं। निशा बांगरे का इस्तीफा स्वीकार होने के बाद अटकलें थीं कि कांग्रेस आमला से टिकट बदल सकती है, लेकिन अब कमलनाथ ने ही साफ कर दिया कि वे चुनाव नहीं लड़ेंगी।
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 27 अक्टूबर 2023