(बैतूल) भाजपा ने छीन लिया बुढ़ापे का सुकून, - कम पेंशन में दवाई का खर्च भी नहीं निकल पा रहा : नारायण धोटे , - ओल्ड पेंशन स्कीम बन्द कर सेवानिव्रत सरकारी कर्मचारियों के साथ किया विश्वास घात
बैतूल(हेडलाइन) / नवल वर्मा ।कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं कांग्रेस के पिछड़ा वर्ग विभाग के जिला अध्यक्ष नारायण धोटे ने भाजपा सरकार को कर्मचारी विरोधी सरकार करार दिया है। श्री धोटे के अनुसार भाजपा सरकार के सबसे बड़े विश्वासघात के शिकार वे सरकारी कर्मचारी हुए हैं जिन्होंने सालों अपने अथक प्रयासों से प्रशासनिक कामकाज और व्यवस्था को संभाल रखा था। लेकिन भाजपा ने इन कर्मचारियों को उनकी मेहनत का ऐसा सिला दिया कि यह सरकारी कर्मचारी मर मर कर जीने पर मजबूर हैं। ओल्ड स्कीम पेंशन बन्द कर भाजपा ने सरकारी सेवा से रिटायर होने वाले कर्मचारियों के बुढापे का सहारा छीन लिया है। हालात यह हैं कि इन कर्मचारियों को जितनी पेंशन दी जा रही है। वह पेंशन ऊंट के मुह में जीरा जैसी साबित हो रही है। लेकिन इन पेंशनरों की आज कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही। साफ है कि पिछले 18 सालों में भाजपा ने प्रदेश के हर वर्ग का खून चूस चूस कर अपनी खेती तैयार कर ली ओर उन पेंशनरों को भी नहीं छोड़ा जिन्होंने कंधे से कंधा मिलाकर शासन चलाने में भाजपा नेताओं की मदद की।
श्री धोटे ने अपने बयान में कहा कि शिक्षा विभाग वर्ग 1 से रिटायर हुई एक शिक्षिका को वर्ष 1999 में वर्ग एक मे शिक्षिका का पद दिया गया था। ओल्ड स्कीम पेंशन बन्द होने के बाद वर्ष 2018 में उन्हें रिटायर करने के बाद मात्र 1197 रुपये मासिक पेंशन मिल रही है। आज हालात ये हैं कि, इतनी कम पेंशन में मकान का किराया दें या बीमारी का खर्च निकालें, या फिर अपना और अपने परिवार का पेट भरें यह सबसे बड़ी परेशानी झेलनी पड़ रही है। अगर ओल्ड पेंशन स्कीम भाजपा बन्द नहीं करती तो आज हालात सुकून भरे होते। ठीक है आज पारिवारिक हालात ठीक हैं।लेकिन कई कर्मचारी विपरीत हालातों से भी गुजर रहे हैं। लेकिन ऐसा नहीं होता तो आज आत्महत्या करने के अलावा कोई दूसरा चारा नही होता।
श्री धोटे ने अपने बयान में बताया कि ओल्ड स्कीम पेंशन बन्द कर भाजपा ने कर्मचारियों को जिंदगी भर का दर्द दिया है यह भूलाया नहीं जा सकता। भाजपा सरकार ने कर्मचारियों के बीच ही भेदभाव उतपन्न कर दिया।श्री धोटे ने कहा कि, एक शिक्षिका ऐसी भी है, जिस दिन उनका रिटायर मेन्ट हुआ उसी दिन उनके साथ दो अन्य कर्मचारियों को भी सेवा मुक्ति दी गयी। ये दोनों कर्मचारियों की भर्ती 1994 के पूर्व की थी। रिटायरमेंट के बाद यह दो कर्मचारी प्रतिमाह 34 हजार रुपये पेंशन पा रहे हैं और और वहीं दूसरी एक शिक्षिका को मात्र 3400 रुपये पेंशन दी जा रही है। आज ऐसे सेवा निवर्त्त कर्मचारी किस कदर अभाव में जीवन जी रहे हैं इसका अंदाजा भाजपा सरकार सिर्फ इसलिए नहीं लगा पा रही है कि उन्हें 5 साल जन सेवा का नाटक करने के बाद लाखों रुपये पेंशन सहित अन्य सुविधाएं मिलने वाली है। मेरा सवाल है भाजपा के मुख्यमंत्री से की जब सरकार में अल्प समय के लिए बैठने वालों को इतनी पेंशन दी जा सकती है तो सेवा निवर्त्त पेंशनरों को मरने के लिए क्यों छोड़ा जा रहा है। कानून और प्रावधान सभी के लिए एक होने चाहिए।
सिर्फ कांग्रेस ने ही समझा कर्मचारियों का दर्द
श्री धोटे ने अपने बयान में कहा कि कर्मचारियों द्वारा ओल्ड पेंशन लागू किये जाने की हर सम्भव कोशिश की गई लेकिन भाजपा ने इन कर्मचारियों के इस महत्वपूर्ण आग्रह को हमेशा नजरअंदाज किया। केवल कांग्रेस ने ही इस दर्द की समझा इसका उदाहरण भी है।देश में अन्य राज्यो में काबिज कांग्रेस की सरकार ने ओल्ड पेंशन लागू की है ,राजस्थान ,छत्तीसगढ़, हिमाचलप्रदेश,झारखंड,कर्नाटक , पंजाब,में ओल्ड पेंशन कांग्रेस ने लागू की है और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ने तो कांग्रेस की सरकार बनते ही 2004से बंद पेंशन को 2023 में लागू किया है ,अब हिमाचल प्रदेश सरकार ने 2004से2023तक जो कर्मचारी रिटायर्ड हो गए थे जिन्हे 1700 रुपए पेंशन मिल रही थी अब उन्हें 35000हजार रुपए पेंशन मिलने लगी है। हमारे सेवा निवर्त्त कर्मचारी निराश ना हों कांग्रेस ने यह वचन दिया है कि सरकार बनने के बाद ओल्ड पेंशन स्कीम पुनः लागू की जाएगी और यह वचन हम निभाकर रहेंगे। इसके लिए हमे कांग्रेस के हाथ मजबूत कर बैतूल विधान सभी से कांग्रेस प्रत्याशी निलय विनोद डागा को अपना आशीर्वाद देकर विजय बनाना है।
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 13 नवंबर 2023