बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा। आप दो मतदान केन्द्र की फोटो देखकर निर्णय कर सकते है कि किस प्रकार मतदाताओं के बीच भेदभाव किया गया है।
 चुनाव आयोग किस आधार और किन मापदंड के आधार पर किसी मतदान केन्द्र को आदर्श मतदान केन्द्र   घोषित करता है? क्या बाकी मतदान केन्द्र के मतदाता इस प्रकार के स्वागत सत्कार के अधिकारी नही है? आखिर मतदाता के बीच यह भेदभाव क्यों किया जाता हैं? एक मतदान केन्द्र दुल्हन की तरह सजा है जहाँ मतदाता का स्वागत सत्कार किया जा रहा है वही दूसरे मतदान केन्द्र पर मतदाता के साथ व्यवहार ऐसा हो रहा है जैसे वह कोई बोझ हो? चुनाव आयोग एक बूथ को सजा धजाकर क्या बतलाना  चाहता है ? यह भेदभावपूर्ण  सौतेले व्यवहार का आखिर आधार क्या है? क्या दूसरे मतदान केंद्रों के मतदाता को   दोयम दर्जे का समझने का काम चुनाव आयोग फैसला करता है? जो मतदान केन्द्र सजे धजे नही हैं वहां के मतदाताओ ने टैक्स नहीं भरा है या फिर वे कानून का पालन नहीं करते हैं , चुनाव आयोग ने जिन मतदान केन्द्र को सजा धजाकर आदर्श मतदान केन्द्र बनाया है वहा के मतदाताओ ने ज्यादा टैक्स भरा है या कानून का पालन करते ही हैं ? कोई तो आधार होगा जिसके आधार पर एक मतदान केन्द्र  पर मतदाता को रेड कार्पेट पर वेलकम मिल रहा है वही  दूसरे मतदान केंद्र पर मतदाता को बेरुखी के व्यवहार का सामना करना पड़ा रहा है आखिर उन    मतदाताओं का क्या अपराध है ? आप किसी मतदान केन्द्र को सजा दे दूसरे  मतदान केन्द्र को आप आदर्श मतदान केन्द्र के नाम पर अन्याय करें यह बात  कदापी उचित तो नही कही जा सकती है । सभी मतदाता जागरूकता से  मतदान करने आते है फिर चुनाव आयोग का यह  भेदभावपूर्ण सौतेले व्यवहार   करके क्या संदेश देना चाहता है ? सारे मतदान केन्द्र आदर्श मतदान केन्द्र क्यों नही बनाए जा सकते थे? सिर्फ एक या दो मतदान केन्द्र को आदर्श मतदान केन्द्र घोषित करके चुनाव आयोग को मतदाता के बीच   भेदभाव किया जाने के अपने इस कृत्य के लिए स्थिति को स्पष्ट करना होगा ? कौन से आधार पर कोई मतदान केन्द्र को आदर्श मतदान केन्द्र घोषित करता है? दूसरे मतदान केन्द्र क्यों आदर्श मतदान केन्द्र की सुविधा से वंचित कर दिए जाते है? एक जागरुक मतदाता होने के नाते मतदाता जागरूकता अभियान के तहत चुनाव आयोग से यह प्रश्न किया जा रहा है? आशा है चुनाव आयोग इसे लेकर अपनी स्थिति को सबके सामने स्पष्ट करेगा ।
🖋️हेमन्त चन्द्र दुबे (बबलू)
75  कदम 75 दिन लोकतंत्र मानवता की सेवा मे अकेले ही सही...
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 17 नवंबर 2023