बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा। चरित्र सत्यापन के लिए लोगों को भटकना न पड़े इसके लिए शासन ने सहज सरल ऑनलाईन प्रक्रिया बना रखी है, जिसमें 24 घंटे के अंदर चरित्र सत्यापन हो सकता है, लेकिन बैतूल जिले में डीएसबी इंचार्ज की मनमर्जी की वजह से यह प्रक्रिया ऑफलाईन चल रही है और चरित्र सत्यापन कराने वालों को हैरान परेशान होना पड़ता है। जबकि पड़ोसी जिले नर्मदापुरम में यह प्रक्रिया ऑनलाईन तरीके से होती है  और 24 घंटे के अंतर्गत संबंधित को उसके चरित्र सत्यापन का प्रमाण पत्र मिल जाता है। नर्मदापुरम जिले में एमपी ऑनलाईन से 100 रूपए का चालान जमा कर ऑनलाईन फार्म भरो और उसकी हार्ड कॉपी लेकर  चालान की रसीद लेकर सीधे संबंधित थाने जाना पड़ता है। उक्त फार्म ओैर रसीद को देखकर थाने में सीसीटीएनएस पर ऑनलाईन तरीके से फार्म दिखाई देने लगता है। एससीआरबी के आधार पर थाने वाले तत्काल ऑनलाईन सत्यापन कर प्रमाण पत्र हाथों हाथ दे देते है। जबकि बैतूल जिले में जो प्रक्रिया है, उसमें एमपी ऑनलाईन से 100 रूपए का चालान कटवाओ फिर फार्म भरकर एसपी ऑफिस में जमा करो फिर वहां से डीएसबी शाखा आता है। फिर डीएसबी शाखा वालों की जब इच्छा होती है तब वे फार्म को संबंधित थाने भेजते है। 
थाने वाले की जब मर्जी होती है तब वे सत्यापन करके भेजते है। इस तरह की प्रक्रिया में 24 घंटे में जो चरित्र सत्यापन हो जाना चाहिए उसमें हफ्ते और 15 दिन तक भी समय लग जाता है और उसमें भी एसपी ऑफिस से लेकर डीएसबी और थाने तक जैक जुगाड़ लगाना पड़ता है। यह सब इसलिए चल रहा है कि नित्यानंद बाबू ने कह रखा है कि संबंधित कोई भी प्रक्रिया डीएसबी के माध्यम से ही होना चाहिए अब डीएसबी माध्यम से ही क्यों होना चाहिए इसको लेकर गंभीर सवाल है और जांच का विषय भी है। इस प्रक्रिया को बदलने को लेकर कोई भी पुलिस अधीक्षक रूचि नहीं लेते है और जो ढर्रा चला आ रहा है वही चलता जा रहा है। जबकि आरोप है कि इस तरह के ढर्रे की वजह से ही भ्रष्टाचार पनपने के चांस पैदा होते है? 

- डीएसबी ऑफिस में लंच टाईम 2 घंटे का होता है...          
 बैतूल का डीएसबी ऑफिस एसपी ऑफिस कैम्पस में नहीं है इसलिए यहां सब मनमर्जी से होता है। बताया गया कि सारे कार्यालय 10.30 बजे खुलते है, लेकिन सूत्र का दावा है कि डीएसबी में यह टाईम 12 बजे का है और इस पर दोपहर 2 से 4 बजे का लंच टाईम भी कन्फर्म है!
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 14 दिसम्बर 2023