(बैतूल) एक ही राशन कार्ड में एक बहन को गरीब होने का मिल रहा लाभ पर दूसरी को नहीं , - हरदू में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता भर्ती में पात्रता से वंचित करने के लिए धांधली का आरोप
बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा। ग्राम हरदू की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता भर्ती में नियमों को ताक पर रखने और पात्रता के अनुसार अंक न दिए जाने को लेकर विवाद सामने आ रहा है और इस मामले में जिन्हें पात्रता के अनुसार अंक नहीं दिए गए वे खुलकर आवाज उठा रहे है और आरोप लगा रहे है कि इस भर्ती में खुली धांधली हुई है। बताया गया कि इस चयन प्रक्रिया को लेकर यह सामने आ रहा है कि दो बहनों में से एक को बीपीएल की पात्रता के 10 अंक दिए जा रहे है, जबकि दूसरी बहन को नहीं दिए जा रहे है।
बताया गया कि परियोजना चिचोली अंतर्गत सेक्टर चूनाहजूरी के आंगनवाड़ी केन्द्र-2 में वर्ष 2014-15 से सहायिका पद पर कार्यरत आराधना पिता बहादुर सिंह उईके को चयन प्रक्रिया में बीपीएल राशन कार्ड के 10 अंक नहीं दिए गए, जबकि उनकी सगी बहन साधन पिता बहादुर सिंह उईके को बीपीएल के 10 अंक दिए गए है। जबकि आंगनवाड़ी सहायिका के लिए जब आराधना की नियुक्ति हुई थी, तब उसे बीपीएल के 10 अंक दिए गए थे। यहां पर उसे वंचित किया गया है। वहीं दूसरा मामला यह है कि शासन की गाईड लाईन के अनुसार आंगनवाड़ी कार्यकर्ता की भर्ती में सहायिकाओं को वरिष्ठता दी जाएगी, लेकिन यहां पर भी आराधना को नजर अंदाज किया गया। शासन की गाईड लाईन यह है कि किसी भी ग्राम या आंगनवाड़ी केन्द्र में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता का पद रिक्त होने पर उसी ग्राम या वार्ड की सभी आंगनवाड़ी सहायिकाओं को पदोन्नति हित के लिए पात्र माना जाएगा और इसके लिए समस्त पात्रताधारी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की सूची तैयार की जाएगी और वरिष्ठता का निर्धारण उनकी सहायिका के लिए नियुक्ति दिनांक के आधार पर तय की जाएगी। एक से अधिक सहायिकाओं का नियुक्ति दिनांक सामान्य होने की स्थिति में अधिक आयु वाली सहायिका को प्राथमिकता दी जाएगी, यह भी स्पष्ट है कि ग्राम या वार्ड में एक से अधिक कार्यकर्ता के पद रिक्त होने की स्थिति बनने पर चयनित आंगनवाड़ी सहायिका को उसी केन्द्र में पदोन्नत किया जाएगा।
गौरतलब रहे कि भारत सरकार के परिपत्र 1 अगस्त 2022 में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के 50 प्रतिशत पद सहायिकाओं को पदोन्नत किए जाने के निर्देश है, लेकिन हरदू में हुई नियुक्ति में इस बात को खुलकर नजर अंदाज किया गया है। सहायिका आराधना के मामले में बीपीएल के राशन कार्ड पर मिलने वाले अंक से उसे वंचित किया जाना सामने आ रहा है। वहीं दूसरी ओर उसे सहायिका के आधार पर जो वरीयता मिलनी थी उससे भी वंचित किया गया है। इस स्थिति में उसका कहना है कि उसके परिवार का एक ही राशन कार्ड है और समग्र आईडी दो है। ऐसी स्थिति में उक्त राशन कार्ड जमा करने पर उसकी बहन को 10 अंक प्रदान किए जाते है, जबकि उसी राशन कार्ड पर उसे गरीब मानने से इंकार किया जा रहा है। उपरोक्त मामले में आंगनवाड़ी सहायिका ने जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास तथा एसडीएम बैतूल तथा जनपद सीईओ को आवेदन दिया है।
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 07 जनवरी 2024