(बैतूल) सचिव शीला की वजह से मंडी के कर्मचारियों में फैल रहा असंतोष , - आरोप... समय पर ना वेतन का भुगतान और न ही पेंशन खाते में डाली जा रही
बैतूल (हेडलाइन)/नवल वर्मा। कृषि उपज मंडी बैतूल में पदस्थ सचिव शीला खातरकर की वर्किंग को लेकर कर्मचारियों में भी नाराजगी देखी जा ही है। हालाकि वे खुलकर सामने नहीं आ रहे है, लेकिन दबी जुबान में समय पर भुगतान न होने को लेकर यहां-वहां अपना दुखड़ा रोते है। बताया गया कि इस जनवरी माह में माह दिसम्बर का वेतन अभी 9 जनवरी को खाते में डाला गया है। बताया गया कि जबसे यह सचिव पदस्थ हुई है, तब से कभी भी पेंशनर औैर कर्मचारियों के खाते में भुगतान समय पर नहीं हुआ है। बताया जा रहा है कि मंडी का अकाउंटेंट कर्मचारियों और पेंशनर के भुगतान का बिल समय पर करवाने की जगह मंडी सचिव के हिसाब से रात्रिकालीन धरपकड़ में ज्यादा रूचि लेता है। अब इस तरह के आरोपों में कितनी सच्चाई है यह तो जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा, लेकिन मंडी सचिव के तौर तरीकों से बैतूल मंडी में हर तरफ असंतोष की बात की जा रही है। इस तरह के आरोप को लेकर मंडी सचिव शीला खातरकर का कहना है कि सभी का पैसा समय पर खाते में डाल दिया जाता है। जो भी इस तरह की बातें फैला रहा है यदि उसका नाम सामने आ जाए तो वे उसे नोटिस देगी और एक्शन लेगी। वहीं कर्मचारियों ने नाम न उजागर करने की शर्त पर कहा कि हर महीने मंडी से कर्मचारियों और रिटायर कर्मचारियों के खाते में पैसा कब डलता है यह तो ऑनलाईन रिकार्ड है, इसे कभी भी चेक किया जा सकता है। अब मेडम जो दावा कर रही है उसकी सच्चाई आसानी से सामने आ सकती है। जबसे यह पदस्थ हुई है, तबसे किस तारीख को बैंक में कर्मचारियों और रिटायर कर्मचारियों के खाते में राशि डाली जाती है। यदि जांच करवा ले तो अपने आप सबके सामने आ जाएगा।
- रात्रिकालीन चैकिंग जमकर, लेकिन मंडी को कोई फायदा ही नहीं...
बताया गया कि वर्तमान सचिव रात्रि कालीन चैकिंग में जमकर रूचि लेती है। वे जब भैंसदेही में पहली बार पदस्थ हुई थी तबसे से ही उनकी रात्रिकालीन चैकिंग में भारी रूचि का रिकार्ड है। उनकी चैकिंग से वाहन पकड़ाते है या नहीं यह तो स्पष्ट नहीं है, लेकिन इससे मंडी टैक्स में कुछ फायदा हो रहा हो यह नजर नहीं आ रहा है। अब ऐसा क्यों है यह गहन जांच का विषय है?
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 11 जनवरी 2024