(बैतूल) 701 प्रगतिरत नलजल योजनाओं में से 326 में 25 फीसदी भी नहीं हुआ काम , - ठेकेदारों की मनमानी और अफसरशाही के भ्रष्टाचार में बर्बाद नजर आता है जलजीवन मिशन
बैतूल (हेडलाइन)/नवल वर्मा। जिले में जल जीवन मिशन के तहत जो एकल नलजल योजनाओं का काम है, उसकी हालत बहुत खराब है। खराब हालत को लेकर एक बार सांसद भी दिशा की बैठक में यह कहकर अधिकारियों को घुडक़ चुके है कि पीने के पानी में तो भ्रष्टाचार और मक्कारी न करें, लेकिन इसके बाद स्थिति में कहीं कोई सुधार नहीं है। बताया जा रहा है कि जिले में स्वीकृत नलजल योजनाओं में से प्रगति की हालत बहुत खराब है और इसके लिए पीएचई विभाग के अधिकारी जिम्मेदार है। वहीं जो नलजल योजनाएं पूर्ण बताई जा रही है, उनमें भी तमाम तरह के सवाल उठ रहे है और अक्सर जनसुनवाई में इन नलजल योजनाओं से ग्रामीण क्षेत्र में समस्या का समाधान न होने की शिकायतें सामने आती है। जो बताती है कि हालत कितने खराब है।
- 326 योजनाओं में 25 फीसदी भी नहीं हुआ काम पूरा...
जिले के 10 ब्लॉक में 326 ऐसी नलजल योजनाएं है, जिनमें 1 से 25 फीसदी तक काम पूरा होना बताया जा रहा है। इनमें घोड़ाडोंंगरी सर्वाधिक 86 नलजल योजनाएं है, जहां पर प्रगति असंतोषजनक है।
47 योजना में 50 फीसदी तक ही हुआ है अभी तक काम
जो नलजल योजनाएं प्रगतिरत बताई जा रही है, उसमें 47 नलजल योजनाएं ऐसी है, जिसमें 26 से 50 फीसदी तक प्रगति बताई जा रही है। इसमें सबसे ज्यादा 7 नलजल योजना भैंसदेही और शाहपुर में है।
- 109 योजनाओं में अभी तक हुआ है 75 फीसदी तक काम
जिले में प्रगति नलजल... योजनाओंं को लेकर जो डेटा है, उसमें 109 ऐसी नलजल योजना है, जिसमें 51 से 75 फीसदी तक काम हुआ है। इसमें सर्वाधिक संख्या 24 भैंसदेही ब्लॉक की है।
- 219 नलजल योजनाओं में अब तक 99 फीसदी काम बता रहे...
जिले की 219 ऐसी नलजल बताई जा रही है, जिसमें 76 से 99 फीसदी तक काम पूरा होना बताया जा रहा है। इसमें सर्वाधिक 48 की संख्या आमला की है, वहीं दूसरे नंबर पर भीमपुर की 30 है।
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 16 जनवरी 2024