बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा। विधानसभा चुनाव के बाद नगरपालिका परिषद बैतूल में भाजपा के राज में अफसरशाही इस कदर हावी है कि अपनी मर्जी से चाहे जो नियम लागू कर रहे है और भरपूर चांदी काट रहे है! कही कोई बोलने और सुनने वाला नहीं है? इन दिनों नगरपालिका के अधिकारियों के हाल यह है कि वह ना तो नगरपालिका अध्यक्ष की और ना ही बैतूल के ईमानदार विधायक की सुन रहे है। अपनी मर्जी के मुताबिक नगर पालिका को चला रहे है और अगर नपाध्यक्ष, विधायक कुछ बोलते है तो नियम बताकर चुप करा देते है फिर भले ही वह नियम पूरे प्रदेश के किसी भी निकाय में लागू नहीं है, परंतु बैतूल नगरपालिका के सीएमओ, सहायक यंत्री, सहायक लेखाधिकारी, ऑडिटर सभी पूरी ईमानदारी से नियम का हवाला देकर जनप्रतिनिधियों को भ्रम में रख रहे है।

* विधानसभा चुनाव के पहले दर्जन भर ठेकेदारों के लिए चालू की गई सिंगल विंडो अब एक ठेकेदार को छोडक़र बाकी सभी ठेकेदारों के लिए बंद कर दी गई है! एक ठेकेदार ने सिंगल विंडो से लेेनदेन करने वाले से बोला कि भैया ने चालू की गई प्रथा क्यों बंद कर रहे तो बोले कि कोई भैया वैया नहीं, अब पहले से लागू प्रथा के अनुसार उसमें दो की बढ़ोत्तरी हो गई है? अब इसी अनुसार  सबको देना होगा।

 

* वहीं अब 8 मार्च 2024 से सहायक यंत्री महोदय और सहायक लेखाधिकारी ने कार्र्यपालन यंत्री के रिटायरमेंट के बाद 10 प्रतिशत राशि प्रत्येक चल देयक में से ईई चैकिंग के नाम पर काटना चालू कर दी है! अपुष्ट सूत्रों की माने तो विधायक ने किसी कार्यकर्ता या ठेकेदार के कहने पर सहायक यंत्री को फोन किया कि क्यों राशि काट रहे है तो नियम का हवाला दे दिया और बोले कि चाहे कोई भी फोन करें राशि यहां से नहीं तो नीचे से तो कटेगी ही?

 

* नगरपालिका बैतूल में इन दिनों ठेकेदार बड़े परेशान है कि ईई के जाने के बाद कमीशन कम होना चाहिए, लेकिन यहां तो उल्टा हो रहा है। कमीशन कम होने के बजाय बढ़ा दिया गया है और खुला बोला जा रहा है कि जो पूरा नही देगा उसकी फाईल उलझ जाएगी?

 

* सीमेंट कांक्रीट की सडक़ को एक इंजीनियर ने अपनी अपेक्षाकृत कमाई का जरिया ही बना डाला, इनके बारे में कहा जाता है कि सिंगल विंडो में कमीशन कम होने के बाद इन्होंने रोड निर्माण उपरांत जांच को ऐसा हथियार बनाया कि जिससे इन्होंने अपना कम हुआ कमीशन तो वसूला ही साथ में जांच के नाम पर जो जैसा ठेकेदार मिला उससे वैसा माल कमाया! कोई ठेकेदार कुछ बोल भी नहीं पाया क्योंकि कहते है भैया के संबंध इनके साथ अच्छे है?

 

-  इन दिनों नपा बैतूल में दो बनिये आपस में मिलकर खूब धमाल मचा रहे है, उनमें से एक ऑडिट करने वाले के तो क्या ही कहना, भाईसाहब नियम के इतने पक्के है कि जो ठेकेदार दरबार में उपस्थित नहीं होगा और दो प्रतिशत का चढ़ावा नही चढ़ाएगा तब तक उसकी फाईल आलमारी की शोभा बढ़ाते रहेगी और जो हाजरी लगा देता है उसका तो कभी-कभी बगैर ऑडिट के भुगतान तक करवा दिया जाता है! इन्हीं सब मामलों को लेकर ठेकेदारों का कहना हैै कि अब करें तो क्या करें? कहीं कोई सुनवाई नहीं होने वाली है? नपा के अधिकारी नपा अध्यक्ष और विधायक को नियमों का हवाला देकर खूब चांदी काट रहे है और बाहर के ठेकेदारों पर भरपूर मेहरबान दिखाई दे रहे है!


नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 10 जून 2024