(बैतूल) 2018 का नियम 2024 में लागू करने में भी 21 दिन का अंतराल अफसरों की नियत पर प्रश्र चिन्ह लगाता है..? , - 31 जनवरी को ईई के रिटायरमेंट के तत्काल बाद 10 फीसदी कटौती चालू न कर 22 फरवरी से की लागू..!
बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा। पूरे प्रदेश में सबसे अनोखी बैतूल नगरपालिका में लागू किए गए ईई चैकिंग के 10 फीसदी राशि कटौत्रे के मामले में नगरपालिका बैतूल के अधिकारियों की नियत पर ही प्रश्र चिन्ह लग रहा है और उनके द्वारा नियम लागू करने के दौरान ईई महेश अग्रवाल के रिटायरमेंट की तारीख और उससे पहले कटौत्रा बिल की तारीख में जो 21 दिन का अंतराल रखा उसे आर्थिक अनियिमतता की श्रेणी में जाना जाएगा? इन 21 दिनों का जवाब तो वर्तमान अधिकारियों को देना ही होगा और साथ ही जिम्मेदार अधिकारियों को यह भी बताना होगा कि 2018 से लागू उक्त कटौत्रा नियम का महेशचन्द्र अग्रवाल की बतौर ईई बैतूल में पोस्टिंग के पहले पालन क्यों नहीं किया और इसके लिए कौन जिम्मेदार माने जाएंगे? पूरे मामले में एई जैसे अधिकारी ने भी विधायक हेमंत खण्डेलवाल के फोन के बाद कटौत्रा बंद कराया, लेकिन स्वयं ने कटौत्रा करवाया! वहीं सबसे बड़ी बात यह है कि उपयंत्री नगेन्द्र वागद्रे ने उपयंत्री विजय मछार और उपयंत्री ब्रजेश खानूरकर की तरह कटौत्रा नहीं किया, लेकिन बाद में एई नीरज धुर्वे ने उनकी फाईलों में कटौत्रा करवा दिया? यह सब बता रहा है कि बैतूल नगरपालिका में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है और जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों को तत्काल हस्ताक्षेप करना चाहिए?
बड़ा सवाल : क्या विधायक हेमंत खण्डेलवाल बैतूल नगरपालिका में लागू ईई चेकिंग के 10 फीसदी को लेकर विधानसभा में प्रश्र लगाएंगे और इसे क्या इसे पूरे प्रदेश में लागू कराएंगे..?
नगरपालिका बैतूल में 22 फरवरी 2024 से लागू किए गए ईई चैकिंग के 10 फीसदी के कटौत्रे को लेकर अब ठेकेदारों की तरफ से यह सवाल उठ रहा है कि इस नियम को लेकर क्या बैतूल के जागरूक विधायक हेमंत खण्डेलवाल विधानसभा के आगामी सत्र में विधानसभा प्रश्र लगाएंगे? क्या वे यह सवाल पूछेन्गे कि पूरे प्रदेश में अकेले बैतूल नपा में ही यह नियम क्यों फॉलो किया जा रहा है, बाकी जगह क्यों नहीं? क्या वे भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने में सहायक बन रहे है, इस नियम को पूरे प्रदेश में लागू करवाएंगे?
- इन 07 बिंदुओं के आधार पर समझे कि ईई रनिंग बिल का पूरा तमाशा क्या है..?
1 - बैतूल में तैनात ईई महेशचन्द्र अग्रवाल 31 जनवरी 2024 को रिटायर होते है, लेकिन ईई चैकिंग के नाम पर ठेकेदारों के रनिंग बिल में 10 फीसदी की राशि की कटौती सबसे पहले 22 फरवरी 2024 को की गई?
2 - अब सवाल यह है कि 1 फरवरी से 21 फरवरी तक 10 फीसदी की ईई चैकिंग की राशि क्यों नहीं काटी गई? महेशचन्द्र अग्रवाल की बतौर ईई पोस्टिंग के पहले 2018 से 10 फीसदी की ईई चैकिंग की राशि क्यों नहीं काटी गई?
3 - लेखा शाखा प्रभारी, सहायक लेखा अधिकारी ने भारत कंस्ट्रक्शन की दोनों फाईलों में उपयंत्री से नोटशीट चलाकर पूछा कि किस नियम के तहत ईई चैकिंग की 10 फीसदी की राशि काटना है?
4 - सहायक लेखा अधिकारी की नोटशीट पर उपयंत्री ब्रजेश खानूरकर ने दोनों फाईलों में 2018 के लेखा एवं वित्त नियम की कंडिका 111 का हवाला देकर 10 फीसदी काटने की अनुशंसा कर फाईल लेखा शाखा को भुगतान के लिए भेज दी?
5 - विधायक हेमंत खण्डेलवाल ने एई नीरज धुर्वे को रनिंग बिल में ईई चैकिंग के नाम पर काट रहे 10 फीसदी राशि को लेकर फोन किया तो एई नीरज धुर्वे ने उपयंत्रियों से राशि काटना बंद कराया?
6 - आरटीआई में मिली जानकारी के अनुसार उपयंत्री नगेन्द्र वागद्रे ने मार्च से मई तक एक भी बिल में 10 फीसदी की राशि की कटौती नहीं की गई? इसके बाद नगेन्द्र वागद्रे की फाईलों में एई नीरज धुर्वे ने 10 फीसदी की ईई चैकिंग की राशि काटी?
7 - उपयंत्री विजय मछार ने बीआरपी रियल कंस्ट्रक्शन के बिल से और उपयंत्री ब्रजेश खानूरकर ने 21 फरवरी को भारत कंस्ट्रक्शन की दो फाईलों से 10 फीसदी की राशि काटी?
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 13 जून 2024