(बैतूल) ईई चैकिंग के नाम पर कटौती में सच बोलने से बच रहे इंजीनियर्स , - झूठ का बोलबाला... 22 फरवरी से कटौती कर रहे इंजीनियर खानूरकर, 15 मार्च के संभागीय ईई के पत्र का दे रहे हवाला
बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा। ईई चैकिंग के नाम पर बैतूल नगरपालिका में की जा रही कटौती के मामले में नपा के ईई और उनके इंजीनियर्स द्वारा जो तौर तरीके अपनाए गए, उस पर जब सवाल खड़े होना शुरू हुए तो एई सहित इंजीनियर्स जवाब देने से बच रहे है और जो जवाब दे रहे है, वह भी सफेद झूठ नजर आता है! नपा के रनिंग बिल में 10 फीसदी कटौती को लेकर एई नीरज धुर्वे, सब इंजीनियर ब्रजेश खानूरकर, इंजीनियर विजय मछार को राष्ट्रीय दिव्य दुनिया ने कुछ सवाल भेजे थे? इसके पहले इन्हें मोबाईल पर कॉल कर भी इनका पक्ष जानने का प्रयास किया था तो एई नीरज धुर्वे और ब्रजेश खानूरकर ने फोन अटैंड नहीं किया, सिर्फ विजय मछार ने फोन अटैंड किया? व्हाटसएप पर जो सवाल भेजे गए थे, उसमें एई नीरज धुर्वे और विजय मछार ने तो कोई जवाब ही नहीं दिया। वहीं ब्रजेश खानूरकर ने जो जवाब दिया है, उससे साफ नजर आ रहा है कि बैतूल नगरपालिका में एई और उनके इंजीनियर्स ने जानबूझकर अज्ञात कारणों से ईई चैकिंग के नाम पर रनिंग बिल में कटौती शुरू करवाई? ब्रजेश खानूरकर ने जो व्हाटसएप पर जो जवाब लिखकर दिया है, उसमें उनका कहना है कि कटौती को लेकर ईई सर संभागीय कार्यालय का लेटर है। जिसमें 10 प्रतिशत राशि रोकी जाना प्रावधानिक किया जाता है। ब्रजेश खानूरकर के इस जवाब की जब सच्चाई तलाशी गई तो यह सामने आया कि ईई संभागीय कार्यालय द्वारा 15 मार्च को पत्र भेजा गया और यह पत्र भी उनके द्वारा तब भेजा गया जब सीएमओ बैतूल ने 12 मार्च को ईई चैकिंग के नाम पर 10 फीसदी कटौती को लेकर मार्गदर्शन मांगा था, जबकि कटौती को ईई संभागीय कार्यालय के 15 मार्च के पत्र के पहले ही 22 फरवरी 2024 से कर दी गई थी? वहीं दूसरी ओर विजय मछार ने मोबाईल में चर्चा में कहा था कि हम 10 प्रतिशत ईई चैकिंग का काट रहे है और यह लेखा एवं वित्त नियम अनुसार काट रहे है। जब इस संबंध में उनसे पूछा गया कि लेखा एवं वित्त के नियम अनुसार कटौती के लिए किसने निर्देश या आदेश दिए है तो उन्होंने फोन काट दिया। इस मामले में बिल्कुल स्पष्ट है कि लेखा एवं वित्त के नियम अनुसार कटौती को लेकर पावर सहायक लेखा अधिकारी को है। जब सहायक लेखा अधिकारी अंशुल अग्रवाल से चर्चा की गई तो उनका कहना था कि तो उनका कहना था कि उन्होंने इस तरह की कोई भी अनुशंसा इंजीनियर्स को नहीं की है। वहीं उनका यह भी कहना है कि इंजीनियर्स द्वारा स्वविवेक से यह कटौती शुरू की गई। अब ऐसी स्थिति में सवाल यह उठता है कि ईई संभागीय कार्यालय द्वारा 15 मार्च को जब 10 फीसदी कटौती को लेकर मार्गदर्शन दिया गया तो इस मार्गदर्शन के अनुसार भी बैतूल नगरपालिका को छोडक़र अन्य नगरपालिका या नगर परिषद में क्यों कटौती शुरू नहीं की गई? क्योंकि संभागीय ईई का मार्गदर्शन अकेले बैतूल नगरपालिका के लिए नहीं है और दूसरी बड़ी बात बैतूल नगरपालिका सीएमओ ही डूडा में परियोजना अधिकारी के प्रभार में भी है। इसलिए जिले भर की नगरीय निकायों में यह 10 फीसदी कटौती लागू होना था।
- बड़ा सवाल 01...
- बैतूल विधायक पर अब पूरे जिले की नगरीय निकायों की जिम्मेदारी...
पावरफुल विधायक हेमंत खण्डेलवाल नपा बैतूल के ईमानदार इंजीनियर्स के प्रयास को कम से कम पूरे बैतूल जिले के नगरीय निकायों में कब लागू करवाएंगे। यह बात बैतूल जिले की हर नगरीय निकाय से नागरिकों द्वारा पूछा जा रहा?
- बड़ा सवाल 02...
- एई ने इंजीनियर्स से कटौती बंद करवाकर लेखा शाखा से क्यों करवाई...
यदि इंजीनियर्स के पास कटौती का पावर था तो क्यों एई नीरज धुर्वे ने विधायक बैतूल के फोन के बाद इंजीनियर्स से कटौती बंद करवाई और उसके बाद लेखा शाखा से रनिंग बिल में कटौती शुरू करवाई? ऐसा करने से पीछे उनकी क्या मंशा थी?
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 15 जून 2024