बैतूल(हेडलाईन)/नवल वर्मा । बैतूल नगरपालिका में इंजीनियर्स की मनमानी चरम पर है और हालात यह है कि इन पर किसी का कोई कंट्रोल ही नहीं है। सहायक यंत्री और दो इंजीनियर्स ने मिलकर 2018 का लेखा और वित्त का एक ऐसा नियम थोप दिया है, जो ठेकेदारों के लिए दो फीसदी अधिक कमीशन चुकाने का कारण बन रहा है। 22 फरवरी 2024 से लागू इस नियम को भी समानभाव से लागू नहीं किया जा रहा है। इस मामले में भी ठेकेदारों में किसी को मां और किसी को मौसी वाला बर्ताव किया जा रहा है। कुछ ठेकेदारों से रनिंग बिल में 10 फीसदी का कटौत्रा हो रहा है तो कुछ ठेकेदारों से काटा ही नहंी जा रहा है। हालात यह है कि 50 लाख के ऊपर के भुगतान में भी 10 फीसदी का कटौत्रा नहीं किया गया। जो इस बात को जाहिर कर रहा है कि इसमें भी कहीं न कहीं कोई भ्रष्टाचार हुआ है। आरटीआई में जो दस्तावेज प्राप्त हुए है, उससे सिद्ध हो रहा है कि ईई चैकिंग के नाम पर 10 फीसदी की कटौत्रे में मनमानी हो रही है। इस बात का उदाहरण टैगोर वार्ड में सीसी रोड निर्माण में 21 मार्च को किया गया 50 लाख 51 हजार का भुगतान, प्रताप वार्ड में सीसी रोड में राय कंस्ट्रक्शन को किया गया 60 लाख का भुगतान और एमएलबी स्कूल में किया गया करीब 9 लाख का भुगतान है। यह सब भुगतान मार्च और अप्रैल महीने में हुए है, लेकिन इनमें कटौती नहीं हुई। जबकि इसी महीने में हुए अन्य भुगतानों में कटौती की बात सामने आ रही है। इसलिए बड़ा सवाल यह खड़ा होता है कि जिन इंजीनियर्स ने कटौती की परम्परा 22 फरवरी से शुरू की थी, उन्होंने जब यह कटौती नहीं की तो उनके खिलाफ क्या एक्शन होगा। यदि इंजीनियर वागद्रे ने कटौती नहंी की तो एई ने अन्य बिल की तरह कटौती स्वयं क्यों नहीं की? इस तरह की स्थितियां बताती है कि बैतूल नगरपालिका में नौकरशाही बेकाबू हो चुकी है और वह अपने हिसाब से फैसले ले रही है जो उनको सूट करते है। 

- जो जिम्मेदार है उन पर एक्शन होगा ...            
मैं दिखवा रहा हूं कि उक्त बिल में कटौती क्यों नहीं हुई। जब सभी बिलों में कटौती की जा रही है, तो इनमें क्यों नहीं की गई और इसके लिए जिम्मेदार कौन है? जो भी जिम्मेदार है, उसके खिलाफ एक्शन होगा।
ओमपाल ङ्क्षसह भदौरिया, सीएमओ, नपा, बैतूल।

- अकाउंटेंट ही इसका जवाब दे सकते है ...                 
पहले कटौती इंजीनियर्स द्वारा की गई थी बाद में यह कटौती अकाउंटेंट अंशुल द्वारा की गई, इसलिए इन बिलों में जो कटौती नहीं हुई है। उसका जवाब अकाउंटेेंट ही दे सकते है। 
नीरज धुर्वे, एई, नपा, बैतूल।
नवल वर्मा हेडलाईन बैतूल 25 जून 2024