बैतूल(हेडलाईन)/नवल वर्मा ।नगरपालिका बैतूल में सीएमओ ओमपाल सिंह  भदौरिया अवकाश पर हैं और उनकी जगह सीनियर आरआई ब्रजगोपाल परते सीएमओ का प्रभार संभाल रहे है। ब्रजगोपाल परते द्वारा ठेकेदारों को थोक में नोटिस जारी किए गए है कि वे जल्द से जल्द अपना निर्माण शुरू करें! ठेकेदारों को चेतावनी दी गई है कि समस्त खानापूर्ति करने के बाद निर्माण शुरू करें और तीन दिन के अंदर अनुबंध संपादन के लिए नगर कार्यालय में उपस्थित होकर पूर्ण प्रक्रिया संपादित करें, अन्यथा आपकी निविदा निरस्त किए जाकर आपके खिलाफ वैद्यानिक कार्रवाई की जाएगी? बताया जा रहा है कि करीब-करीब दो दर्जन ठेकेदारों को इस तरह के नोटिस थमाए गए है। यह नोटिस देने वाले प्रभारी सीएमओ ब्रजगोपाल परते का कहना है कि उक्त नोटिस जारी करने के लिए नगरपालिका के इन्जीनियर्स द्वारा उन्हें इस संबंध में अनुशंसा की गई थी। एक तरफ ठेकेदारों पर निर्माण कार्य शुरू करने के लिए दबाव बनाया जा रहा है! वहीं दूसरी तरफ नगरपालिका सीएमओ मीडिया में दावा करते है कि नगरपालिका की माली हालत खराब है और निर्माण कार्यो पर ब्रेक लगाने की स्थिति है? इस तरह दावों के आधार पर अखबारों में खबरें भी प्रकाशित हुई है। वहीं दूसरी ओर यह भी सामने आ रहा है कि ठेकेदारों के पैमेंट की स्थिति ठीक नहीं है उन्हें समय पर भुगतान भी नहीं किया जा रहा है। इस तरह के दावे और भुगतान की स्थिति को देखने के बाद ठेकेदार भी काम शुरू करने को लेकर ऊहापोह की स्थिति में है और उस पर भी ठेकेदारों पर दबाव बनाया जा रहा है, कहा जा रहा है कि कलेक्टर के साथ जनप्रतिनिधियों की बैठक में बैतूल विधायक द्वारा विकास कार्य न होने को लेकर नाराजगी जाहिर करने के बाद नगर पालिका के इन्जीनियर्स  द्वारा ठेकेदारों पर यह दबाव बनाया जा रहा है और प्रभारी सीएमओ के माध्यम से नोटिस दिलवाए जा रहे है। यह सब स्थिति बताती है कि बैतूल नगरपालिका में ठेकेदारों को लेकर जिस तरह का तौर तरीका अपनाया जा रहा है, उसकी वजह से किसी भी दिन समस्त ठेकेदार मिलकर विद्रोह की मुद्रा अपना सकते है। ठेकेदार पूर्व में जनप्रतिनिधियों को अपनी पीड़ा से कई बार अलग-अलग तरह से अवगत करा चुके है।

- विधायक की बाकी बातें तो भूल गए सिर्फ एक बात पकडक़र ठेकेदारों पर ही बनाया जा रहा अब दबाव...
विधायक हेमंत खण्डेलवाल ने कलेक्टर के साथ जनप्रतिनिधियों की मीटिंग में विकास काम न होने पर नाराजगी जाहिर की और इस को एई नीरज धुर्वे और अन्य इंजीनियर्स ने अपने फार्मूले के लिए पकड़ लिया और ठेकेदारों पर विधायक की कही गई बात के आधार पर नोटिस जारी करवाकर दबाव बनाना शुरू कर दिया। विधायक हेमंत खण्डेलवाल ने तो सिंगल विंडो सिस्टम, ईई चैकिंग के नाम पर 10 फीसदी कटौती बंद करने, कमीशनबाजी को कंट्रोल करने जैसे व्यवस्था सुधार के और भी कई दिशा निर्देश नगरपालिका के इंजीनियर्स और अधिकारियों को समय-समय पर दिए गए है, लेकिन उन दिशा निर्देशों को हवा में उड़ा दिया है, क्योंकि यह दिशा निर्देश इन इंजीनियर्स और अधिकारियों के व्यक्तिगत हित को प्रभावित करते है। सिर्फ हेमंत खण्डेलवाल की एक बात पकडक़र ठेकेदारों पर दबाव बनाना शुरू कर दिया। 

- प्रभारी सीएमओ के कंधे पर बंदूक रखकर चलाने का नया खेल...
पूर्णकालीन सीएमओ अवकाश पर गए और अपना चार्ज आरआई ब्रजगोपाल परते को दे गए है। जो कि नगरपालिका के इंजीनियर्स की राजनीति को समझते नहीं है। ऐसे में ठेकेदारों पर दबाव बनाने के लिए नपा के इन्जीनियर्स ने प्रभारी सीएमओ के कंधे पर रखकर बंदूक चलाई है और जो आरोप लग है उसके अनुसार तो एई नीरज धुर्वे द्वारा सीएमओ के छुट्टी जाने का इंतजार किया गया और इसके बाद यह नोटिस दिलवाए गए।

- नोटिस दिए जाने की मंशा को लेकर ही ठेकेदार उठा रहे है सवाल...
इधर इस तरह के नोटिस के बाद जिन ठेकेदारों का पैमेंट अटका हुआ है, उनका कहना है कि पहले पैमेंट तो करवा दे फिर दबाव बनाने की राजनीति करें। वहीं दूसरी ओर ठेकेदार ही यह बता रहे है कि सीएमओ ही कह रहे है कि माली हालत खराब होने से निर्माण कार्यो पर ब्रेक लगेगा तो फिर ठेकेदार इस स्थिति में रिस्क क्यों लें और सबसे बड़ी बात यह है कि नोटिस प्रभारी सीएमओ से क्यों दिलवाए जा रहे है और अभी क्यों दिलवाएं जा रहे हैं ?
नवल वर्मा हेडलाईन बैतूल 04 जुलाई 2024