मुलताई (हेडलाईन)/नवल वर्मा । मां ताप्ती श्रीक्षेत्र को अविलम्ब न्यास में जोड़ने की मांग कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी से ताप्ती भक्तो द्वारा की गई है। इसके साथ ही मां ताप्ती श्रीक्षेत्र से संबंधित  खसरों में दस्तावेजों के आधार पर सुधार करवाने का भी कहा गया है।

सूर्यपुत्री मां ताप्ती विकास प्राधिकरण न्यास के ताप्ती भक्तों ने कलेक्टर को सौंपे गए ज्ञापन में कहा है कि मुलताई जिला बैतूल म.प्र. में निकलने वाली सूर्यपुत्री माँ ताप्ती अति प्राचीन एवं पुण्य सलिला जिले सहित प्रदेश एवं देश तथा विदेशों में भी प्रसिध्द तीर्थ स्थल है, जो कि आध्यात्मिक और पौराणिक दृष्टि से पूज्यनीय है, जिसका सनातन पुरातन काल से हमारे धर्मग्रन्थों में भी उल्लेख मिलता है।

वर्तमान में प्राप्त दस्तावेजों जिनमें वर्ष 1917-18 की मिशल शीट, नक्शे एवं 1951, 1952, 1953 के खसरे और वर्ष 1972-73 के भू-अधिकार अभिलेख में स्वयंभू भूमिस्वामी के रुप में खसरा नं. 254 ताप्ती जी का बड़ा तालाब, खसरा नं. 242 ताप्ती जी का मंदिर, खसरा नं. 220, 249 ताप्ती नदी के प्रवाह के खसरे, ख.नं. 580 श्री ताप्ती जी भूमिस्वामी सर्वराकार सरकार दर्ज है। खसरा नं. 574 ताप्ती जी का छोटा तालाब, खसरा नं. 563, 539, ताप्ती जी के प्रवाह क्षेत्र ताप्ती नदी के नाम दर्ज है। खसरा नं. 556, 581, 582, 557, 579 विभिन्न घाटों के नाम से दर्ज है। वहीं तपतेश्वर महादेव स्वयं भू भूमिस्वामी खसरा नं. 851 पर दर्ज है।

ज्ञात हो कि मिशल शीट एवं आधार अभिलेख में विभिन्न खसरे नं. पर माँ ताप्ती, श्री ताप्ती, ताप्ती नदी, ताप्ती तालाब, ताप्ती छोटा तालाब, ताप्ती बड़ा तालाब सहित अन्य 7 कुण्ड सूर्यकुण्ड, शनी कुण्ड, नारद कुण्ड, ताप्ती कुण्ड, धर्म कुण्ड, पुन्य कुण्ड, पाप कुण्ड, उसके तट पर स्थित है। और वहीं इसके तट से लगे हुये परिक्षेत्र में देवस्थान श्री तप्तेश्वर महादेव मंदीर, श्री राममंदिर, श्री चिंतेश्वर मंदिर, श्री दत्तात्रेय मंदिर, श्री गणेश मंदिर, श्री ताप्ती मंदिर, श्री सत्यनारायण मंदिर सहित अन्य पुरातन मंदिर सहित अन्य स्थलों का होना अभिलेख के आधार पर पाया गया है।

माँ सूर्यपुत्री ताप्ती जी का उद्गम स्थल जिसका वर्तमान खसरा नं. 580 रकबा 3.517 हे. भूमि स्वामी के रुप में श्री ताप्ती जी एवं 1972-73 के अधिकार अभिलेख में पुराना खसरा नं. 254 रकबा 3.517 हे. श्री ताप्ती जी तथा 1950-51, 1952 में पुराना खसरा नं. 254 रकबा 3.517 हे. भूमि में माँ ताप्ती जी भूमि स्वामी के रुप में दर्ज है। जिसका संरक्षण सरकार के अधीन दर्शा रहा है।

चूंकि वर्तमान स्थिति में उक्त खसरा नं. एवं रकबे में शासकीय नाला एवं ताप्ती तालाब नगर पालिका के अधीन दर्शा रहा है जिससे आमजन की आस्था को ठेस पहुंच रही है वहीं वर्तमान में श्री क्षेत्र की भूमि पर अनाधिकृत रुप से अतिक्रमण मनमानी पूर्वक कर लिया गया है। जिसे हटाना भी नितांत आवश्यक है। उक्त समस्त खसरों को शासकीय अभिलेख के आधार पर सुधारकर उनके यथा स्थान पर दर्ज किया जाना सुनिश्चित करे। ताप्ती उद्गम स्थल पवित्र नगरी मुलताई घोषित है जो कि माँ ताप्ती पर्यटन स्थल भी घोषित है। जहां शासकीय स्तर पर माँ ताप्ती महोत्सव में संस्कृति मंत्रालय एवं राज्य सरकार द्वारा समय समय पर अनुदान भी प्रदान किया जाता है। वास्तविकता में दस्तावेजों के आधार पर उक्त स्थल स्वयं भू न्यास की श्रेणी में आता है जिसे लेकर भी आवश्यक कार्यवाही किया जाना नितांत आवश्यक है। जिसके लिये पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा भी विभिन्न तरह की घोषणाये की गई थी। जिसके मूर्त रुप लेने में दस्तावेजों में खामियां होने के कारण पूरी नहीं की जा सकी है। कृपया समस्त दस्तावेजों में अविलम्ब सुधार करवायें ताकि माननीय मुख्यमंत्री मोहन यादव जी सूर्यपुत्री माँ ताप्ती उद्गम न्यास श्री क्षेत्र को माँ ताप्ती विकास प्राधिकरण न्यास से जोड़ा जाना प्रस्तावित किया जाना है।
नवल वर्मा हेडलाईन बैतूल 05 जुलाई 2024