बैतूल(हेडलाईन)/नवल वर्मा। हरदा रोड पर चिरापाटला के पास एक रेत का एक पहाड़ बना हुआ है, जिसकी चर्चा आसपास के पूरे इलाके में है और लोग इस पहाड़ के दर्शन करने भी जा रहे है, लेकिन माईनिंग विभाग को सूचना मिलने के बाद भी फुरसत नहीं है कि वे इस पहाड़ के दर्शन कर ले। बताया जा रहा है कि सैकड़ों डम्पर रेत यहां पर डम्प की गई है।

यह रेत किसी जितेशिया कम्पनी द्वारा ट्रेक्टर ट्राली के माध्यम से आसपास के नदी-नालों से निकाली गई है। बताया जा रहा है कि माइनिंग विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों को इसकी पूरी जानकारी है और आरोप यह है कि यह रेत का पहाड़ इनकी मौन सहमति की वजह से ही बना है। यह कंपनी सडक़ निर्माण कर रही है। इसके पास करीब 36 किलोमीेटर सडक़ निर्माण का काम है और एनएचआई के लिए निर्माण कार्य कर रही है। इसके द्वारा आसपास के फारेस्ट के नदी-नालों से ही अवैध खनन किया जा रहा है। इस संबंध में स्थानीय फारेस्ट के अधिकारियों की भूमिका पर भी सवाल है। मामले में यदि जांच की जाए तो यह स्पष्ट हो जाएगा कि इस रेत के पहाड़ के लिए जितेशियों को किसी भी तरह से कोई अनुमति नहीं दी गई है और न ही उसके पास उक्त रेत की रायल्टी है। उक्त कंपनी द्वारा सडक़ निर्माण में जो वर्तमान में पुल-पुलिया के लिए कांक्रीट वर्क किया जा रहा है, उसमें यह रेत उपयोग की जा रही है।

- इनका कहना...


जो हमें सूचना मिली है, उसके आधार पर आजकल में ही कार्रवाई की जाएगी।

- मनीष पलेवार, माईनिंग अधिकारी, बैतूल


नवल वर्मा हेडलाईन बैतूल 26 अगस्त 2024