(बैतूल) पोर्टल पर अप्रैल से बंद है अनुग्रह राशि का ऑप्शन, केवल अंतेष्टी और पंजीयन जारी , - ब्रेकिंग न्यूज...संबल योजना के पोर्टल में मेंटनेंस के नाम से सरकार खेल रही खेल..!
बैतूल(हेडलाईन)/नवल वर्मा। मुख्यमंत्री जनकल्याण संबल 2.0 योजना में सरकार अजीबो-गरीब खेल खेल रही है! योजना में सबकुछ ऑनलाइन होता है। इस स्थिति में पोर्टल में अंतेष्टी राशि जो 5 हजार रूपए मिलती है, उसका पंजीयन हो रहा है। वहीं नए पंजीयन भी इस पोर्टल पर किए जा रहे है, लेकिन जो सरकार द्वारा इस योजना के तहत घर के मुखिया की मृत्यु होने पर 2 लाख रूपए या 4 लाख रूपए दिए जाते है, उसका आवेदन पंजीयन नहीं हो रहा है। इस ऑप्शन को लेकर पोर्टल पर मेंटेनेंस होना बताया जा रहा है? यह स्थिति अप्रैल माह से है! मार्च माह में सरकार ने लोकसभा चुनाव के पहले तो हितग्राहियों के खाते में अनुग्रह राशि के पैसे डाले थे, लेकिन उसके बाद अप्रैल से ही संबल योजना का पोर्टल बंद आ रहा है और मेंटनेंस होना बताया जा रहा है। पांच महीने होने जा रहे है, लेकिन पोर्टल के इस अनुग्रह वाले ऑप्शन का मेंटनेंस ही नहीं हो पा रहा है। जिस समय पोर्टल बंद हुआ उस समय ही करीब ढाई सौ हितग्राहियों का बैतूल जिले में भुगतान होना बाकी था, वहीं अब तो पंजीयन ही नहीं हो रहा है, इसलिए स्पष्ट ही नहीं हो रहे है कि कितने और हितग्राही है। कुल मिलाकर पूरे मामले में सरकार की मानसिकता सामने आ रही है।
- जनसुनवाई और सीएम हेल्पलाईन पर आ रहे आवेदन पर कोई समाधान नहीं...
मुख्यमंत्री जन कल्याण संबल योजना के पोर्टल पर अनुग्रह राशि को लेकर पंजीयन न होने के मामले में कलेक्टर की जनसुनवाई में और सीएमलाईन दोनों जगह शिकायत हो रही है, लेकिन दोनों जगह से कोई समाधान नहीं है। हितग्राहियों को कोई ठोस जवाब भी नहीं मिल रहा है। हितग्राही यहां-वहां भटक रहे है। बताया जा रहा है कि सीएम हेल्पलाईन पर ही करीब एक दर्जन शिकायतें इस मामले में दर्ज है।
- कमिश्रर ने संज्ञान लिया, लेकिन वे भी कुछ मदद नहीं कर पाए...
18 जून को कमिश्रर होशंगाबाद केजी तिवारी ने जब कलेक्टे्रट में समीक्षा बैठक ली तो उन्होंने श्रम विभाग से इस संबंध में सवाल किया था। उनको विभाग द्वारा बताया गया था कि पोर्टल पर मेंटनेंस लिखा आ रहा है, पंजीयन नहीं हो रहा है। इस पर कमिश्रर ने कलेक्टर से पत्र लिखने को कहा था और 19 जून को पत्र लिखा भी गया, इसके बाद कमिश्वर ने पीएस सचिन सिन्हा से व्यक्तिगत चर्चा की तो भी रिजल्ट सामने नहीं आया।
- केस स्टडी : 01...
चोपना झोली 01, चिकलपाटी निवासी सपना राय पति उत्तम राय ने जनसुनवाई में 19 जुलाई को आवेदन दिया कि उसकी पति की मृत्यु के बाद अनुग्रह का पंजीयन नहीं हो रहा।
- केस स्टडी : 02...
रेड़वा पंचायत निवासी ऊषा माथनकर ने 13 अगस्त को जनसुनवाई में आवेदन दिया और बताया कि उसके पति जगदीश माथनकर की मृत्यु के बाद पंजीयन नहीं हो रहा।
- केस स्टडी : 03...
जोगली निवासी संजू कड़ोपे ने भी 13 अगस्त को ही जनसुनवाई में आवेदन दिया और बताया कि उसके पतिराम कोड़ापे की मृत्यु के बाद अनुग्रह के 2 लाख रूपए नहीं मिले, क्योंकि पोर्टल बंद है।
नवल वर्मा हेडलाईन बैतूल 30 अगस्त 2024