कहावत....राम की चिडिय़ां राम का खेत, खाओ री चिडिय़ा भर-भर पेट
बैतूल (हेडलाईन) / नवल वर्मा। बैतूल नगरपालिका में डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन करने वाली ठेका कंपनी ओम सांई विजन पर गंभीर सवाल है। इन सवालों का कोई भी स्पष्ट और सकारात्मक जवाब नपा के सहायक लेखा अधिकारी अंशुल अग्रवाल के पास नहीं है। वे सवाल का जवाब देने की जगह कुतर्क से टालने की कोशिश करते नजर आए और बता रहे थे कि उनके मोबाईल में रिकार्डिंग होती है। वे रिपोर्टर से ही सवाल करने लगे कि आप का ईपीएफ जमा होता है या नहीं? वे यह भी कहने लगे कि कर्मचारियों के हित की बात होना चाहिए, लेकिन क्या निर्माण ठेकेदार ईपीएफ जमा करते है, इस बात को भी प्रमुखता से उठाईए? ईपीएफ जमा होने को लेकर सीधा सवाल था और उसमें अकाउंट अधिकारी इस तरह का जवाब दे रहे है तो उसमें यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा था कि उसमें वे क्या बताना चाहते है? खैर ओम सांई विजन के कामगार कम वेतन और ईपीएफ जमा ना किए जाने को लेकर कई बार हर स्तर पर अपनी बात रख चुके है, शिकायत कर चुके है, लेकिन उन्हें कोई फायदा नहीं हुआ।
क्या ईपीएफ जमा किया जाता है?
बैतूल नपा में सेवाएं दे रही ओम सांई विजन नियम अनुसार टेंडर के पहले महीने से उसके यहां सेवाएं दे रहे कामगारों का ईपीएफ निरंतर जमा कर रही है? क्या उक्त कंपनी को जो हर माह भुगतान किया जाता है, उसमें टेंडर के पहले माह से ही नियम अनुसार ईपीएफ जमा करने का सर्टिफिकेट प्रस्तुत करती है? जो कामगारों की संख्या है उसके आधार पर कंपनी को बिना ईपीएफ सॢर्टफिकेट के भुगतान किया जाना उचित है?
ऑडिट आपत्ति का क्या होता है?
बैतूल नगरपालिका में डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन करने वाली ओम सांई विजन को हर माह भुगतान होने वाले बिल पर ऑडिट आपत्ति आती है? जो ऑडिट आपत्ति आती है क्या उसका निराकरण किया जाता है? निराकरण के लिए क्या सिस्टम होता है? 
इनका कहना....
ईपीएफ और ऑडिट आपत्ति के संबंध में लेखाधिकारी ही बता सकते है। यदि वे फोन नहीं उठा रहे तो मैं उन्हें कहता है कि बात करें।
ओपी भदौरिया, सीएमओ
सहायक लेखाधिकारी अंशुल अग्रवाल का यह है जवाब
1- ईपीएफ काटा जाएगा यह उनकी टेंडर शर्तो में नहीं है, शायद सफाई कामगार श्रम न्यायालय भी गए थे। आप अखबार में क्या है नियमित कर्मचारी है, आपका ईपीएफ कटता है क्या? कर्मचारी का हित होना चाहिए। वैसे जो निर्माण ठेकेदार है उन्हें भी ईपीएफ जमा करना चाहिए यह बात भी आपको अच्छे से उठाना चाहिए। 
2- जो भी ऑडिट आपत्ति आती है, उसको निराकरण होने के बाद ही भुगतान होता है। जो स्वास्थ्य शाखा है उसके द्वारा निराकरण किया जाता है?
नवल वर्मा हेडलाईन बैतूल 06 अक्टूबर 2024