(बैतूल) उमरी की अवैध कालोनी को लेकर पटवारी का प्रतिवेदन एसडीएम कार्यालय में दे रहा है अंडे..! - अवैध कालोनियों को लेकर पटवारियों के प्रतिवेदन के बाद भी नहीं लिया जाता एक्शन..?
- - बैतूल(हेडलाईन)/नवल वर्मा। वर्तमान में अवैध कालोनाईजरों का पूरा फोकस बैतूल-आमला रोड पर है। इस क्षेत्र में हमलापुर से लेकर बाजपुर तक दर्जनों अवैध कालोनियों काटी जा रही है, इसमें से ही एक कालोनी किसी यादव की बताई जा रही है। इनकी कालोनी में मूलभूत सुविधाएं नहीं है! इसके बावजूद 500 सौ रूपए वर्गफूट से धड़ल्ले से प्लॉट बेचे जा रहे है? पिछले एक वर्ष से यहां प्लॉट बेचे जा रहे है, लेकिन इसके बाद भी उक्त क्षेत्र के हल्का पटवारी ने इस अवैध कालोनी को लेकर अपना प्रतिवेदन ही तहसील या एसडीएम कार्यालय में दिया है, लेकिन यह प्रतिवेदन कहां गायब हो गया, यह आश्चर्य का विषय बना हुआ है। बताया गया कि किसी आरआई राहुल ने पटवारी का प्रतिवेदन कहीं रखकर भूल गया है और उसे याद ही नहीं आ रहा है कि एसडीएम कोर्ट के बगल में बने गैलरीनुमा चेम्बर में किस रैक में रखी किस फाईल में दबाकर भूल गया है! बताया गया कि यादव जी स्वयं के नाम से नहीं बल्कि किसी शुभम और कलीराम के नाम की जमीन पर यह कालोनी काट रहे है और इसलिए वे निश्चिंत कि उनका तो कुछ बिगड़ेगा नहीं जो बिगडऩा होगा वो कलीराम और शुभम का होगा?
कालोनाईजर दावा करता है कि उसके पास सभी तरह की अनुमति है, लेकिन सच्चाई यह है कि उसके पास रेरा का पंजीयन ही नहीं है! इसके अलावा उसने एसटीपी नहीं लगाई है, पानी के लिए पेयजल की टंकी नहीं बनाई? इसके अलावा उसके पास प्रदूषण नियत्रंण बोर्ड से विधिवत एयर वॉटर कंसलटिंग नहीं है? जितने रकबे में कालोनी काटी जा रही है, उसके लिहाज उसने कालोनी में ओपन एरिया नहीं छोड़ा है? कुल मिलाकर देखा जाए तो केवल टीएनसीपी की कथित अनुमति का दम भरा जाता है। यह अनुमति कब तक थी और क्या थी, यह जांच का विषय है? खैर उक्त कालोनाईजर यादव जी का एक और ऐसा ही समीकरण चक्कर रोड पर बताया जाता है? यहां भी करीब एक एकड़ में उन्होंने बिना किसी विधिवत अनुमति के ही अवैध प्लॉट बेच चुके है और यहां भी कायदे से उनके खिलाफ एफआईआर जैसी कार्रवाई होना चाहिए पर इस मामले में भी आरआई राहुल को कुछ याद ही नहीं है..!
नवल वर्मा हेडलाईन बैतूल 02 नवम्बर 2024