(बैतूल) अनिल का लाडो अभियान बना मील का पत्थर
(बेटी मतलब लाडो और लाडो मतलब सम्मान )
आसमान की ऊंचाइयों पर हम वास करते हैं !
भाई अनिल यादव के सर सम्मान का ताज रखते हैं
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की सफलता के लिए
साहित्य से भरे इस महफिल का आगाज करते हैं ।।
कर्मवीर योद्धा अनिल यादव का राष्ट्रियव्यापी अभियान बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ सफलता के शिखर पर धीरे-धीरे विराजमान होते दिखाई दे रहा है! 8 नवंबर 2015 बेटी आयुषी यादव के जन्मदिन और माता-पिता के आशीर्वाद से इस राष्ट्रव्यापी अभियान की हुई शुरुआत एकला चलो रे के सिद्धांत पर बैतूल के कर्मवीर योद्धा दृढ़ एवं अटूट संकल्प लिए, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, बेटी के नाम से हो घर की पहचान ,जिसे आज हमारे देश के यशस्वी एवं लोकप्रिय प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी जी की जो परिकल्पना है जो अधोसंरचना है आधारभूत परिकल्पना को साकार करने का मूलभूत प्रयास भाई अनिल यादव द्वारा किए जा रहे हैं आज यह राष्ट्रव्यापी अभियान अपनी सफलता की वीरगाथा का बखान कर रहा है, सफलता का स्वरूप ले रहा है ,
28 राज्य मध्यप्रदेश की 26 जिले बैतूल जिले के 130 ग्राम यही नहीं सफलता का यह राष्ट्रियव्यापी अभियान पहुंच गया है आज विदेशी सरजमीं पर लंदन में भी पहुंच चुका है यह बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान
3204 दिनो का सफलतम सफरनामा और 3700 बेटियों की नेम प्लेट ,27000 किलोमीटर का सफर ,कहीं न कहीं हमें यह याद दिलाता है कि आज हमारे बैतूल का नाम इतिहास के पन्नों में स्वर्णिम अक्षरों में अगर अंकित हो रहा है या भविष्य में होगा तो इसके लिए एक ही नाम होगा वह है अनिल यादव का नाम !ए दृढ़निश्चय मजबूती इरादों और अटल संकल्प के साथ ,इस राष्ट्रव्यापी अभियान को आगे बढ़ाने के लिए अनिल यादव वचनबद्ध है, कटिबद्ध है !राष्ट्रव्यापी अभियान को सफलता के शिखर पर पहुंचाने के लिए के आना होगा हमें आगे देना होगा उनके साथ हमें उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़ना होगा तभी हम इस अभियान को एक सफलता का साकार रूप दे सकते हैं एक नए विकसित आत्मनिर्भर एवं समृद्धिशाली राष्ट्र का निर्माण कर सकते हैं! आज चारों तरफ इस राष्ट्रव्यापी अभियान की भूरि भूरि प्रशंसा हो रही है !आज यह अभियान अपनी सफलता की गौरव गाथा का बखान कर रहा रहा है! क्योंकि यह बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान में हमें बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ डिजिटल इंडिया एवं स्वच्छ भारत का संदेश प्राप्त हो रहा है जो कि हमारे यशस्वी एवं विश्व लोकप्रिय प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी जी का जो सपना है ,उन सपनों को साकार किया जा रहा है ! मैं यही कहूंगा -
दुष्यंत कुमार की इन चार पंक्तियों में-
लहरों से डर कर कभी नौका पार नहीं होती!
और कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती!
बिना कुछ किए यूं ही जय जयकार नहीं होती !
और कोशिश करने वालों की हार नहीं होती!
जिस साहस धैर्य और मजबूत इरादों के साथ अटल संकल्प लिए हुए बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ राष्ट्रव्यापी अभियान आगे बढ़ रहा है जिस गति से पूरे देश में इस अभियान की जो सार्थकता हमें देखने को मिल रहे हैं वह दिन दूर नहीं है जब हम पूरे देश में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान की सफलता पर हमें होगी गौरव की अनुभूति! अनिल नारायण यादव पूरी निष्ठा ईमानदारी और कर्तव्य परायणता के साथ आज निरंतर प्रगति के पथ पर आगे बढ़ रहे हैं !आगे बढ़ रहे हैं इस अभियान को सफलता दिलाने के लिए ,बेटियों को शिक्षा समृद्धि से जोड़ने के लिए बेटियों को जागरूक आत्मनिर्भर उनके संरक्षण रोजगारउन्मुखी अधिकारों एवं कर्तव्यो का बोध कराने के लिए, एक ऐसी क्रांति मानवीय समाज में जागने के लिए जिससे कि पूरी दुनिया में बेटियों पर हो रहे अत्याचार,अन्याय,अनाचार के विरुद्ध हम एकजुट हो सके ,उन्हें न्याय दिला सके और एक स्वस्थ राष्ट्र का निर्माण हम कर सके
इस राष्ट्रव्यापी अभियान की कामयाबी के लिए मैं तो सिर्फ यही कहूंगा -
दुआ है कामयाबी के हर शिखर पर अनिल यादव का नाम होगा ! इस अभियान को इस ऊंचाई तक पहुंचने में बेटियों के माता-पिता लाडो फाउंडेशन के सहयोगी साथी एवं पत्रकार बंदूक का भी महत्वपूर्ण योगदान है
आपके हर कदम पर दुनिया का सलाम होगा!
दुआएं हैं हम सबकी कि हिम्मत से सामना करना मुश्किलों का !
एक दिन वक्त भी आपका गुलाम होगा!
एक दिन वक्त भी आपका गुलाम होगा।।
(आलेख प्रस्तुतीकरण
एस ब्राह्मणे ,
प्रखर वक्ता कवि साहित्यकार एवं चिंतक
उदय परिसर बैतूल।)