बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा। भाजपा और कांग्रेस में संगठन को मजबूत करने के लिए अपने-अपने स्तर पर प्रक्रिया चल रही है, जिसमें भाजपा में बूथ कमेटियों के गठन के बाद मंडल स्तर पर पदाधिकारियों की नियुक्ति को लेकर बैतूल जिले के चुनाव प्रभारी पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता आज सोमवार को बैतूल आ रहे है। जहां वे विजय भवन में कार्यशाला लेंगे और बताएंगे कि मंडल अध्यक्ष या पदाधिकारी बनने के लिए क्या योग्यताएं होना चाहिए और किन लोगों को मंडल अध्यक्ष बनने की उम्मीद करना चाहिए। वहीं दूसरी और कांग्रेस में भी अब बूथ लेबल पर कमेटी गठन की प्रक्रिया शुरू हुई और इसके लिए बैतूल जिले के प्रभारी राजकुमार केलु उपाध्याय भी आज सोमवार को ही बैतूल आ रहे है और वे भी यहां कांग्रेस के पदाधिकारी, जनप्रतिनिधियों की पाठशाला लगाएंगे और बताएंगे कि किस तरह से इन कमेटियों का गठन होना है। वैसे भाजपा में जहां पूरा अनुशासन और नेताओं में डर नजर आता है, इसलिए वहां पर किसी भी स्तर पर कोई हो हल्ला या दबाव आदि का खेल नजर नहीं आता। वहीं कांग्रेस में खुला खेल है सब अपने मर्जी के मालिक है और सब अपने-अपने हिसाब से गुणा-भाग देखते है, इसलिए कांग्रेस के मुकाबले भाजपा में चल रही संगठन में चयन की प्रक्रिया ज्यादा मजबूत और बेहतर नजर आती है। जबकि कांग्रेस में यह सब औपचारिकता के तौर पर ही दिखता है।

- भाजपा में है 29 मंडल अध्यक्षों के निर्वाचन की प्रक्रिया होगी शुरू...
पांच विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत भाजपा में 29 मंडल है। अब प्रत्येक मंडल में कौन अध्यक्ष बनेगा इसको लेकर चयन प्रक्रिया शुरू होगी। भाजपा की राजनीति को जानने वालों का कहना है कि नाम भले ही किसी के चल रहे हो लेकिन यह भाजपा है यहां जिसका नाम चलता है उसके बनने के चांस अपने आप कम हो जाते है। भाजपा में 29 मंडल इसलिए है कि बैतूल ब्लॉक में ही भाजपा के चार मंडल है। जैसे बडोरा मंडल, बैतूल ग्रामीण कोठीबाजार मंडल और गंज मंडल शामिल है।

- कांग्रेस में बूथ कमेटियों के गठन के लिए दिया जाएगा मार्गदर्शन...
कांग्रेस में भी नया फार्मूला आया है। जिसमें बूथ लेबल पर 21 सदस्यों की कमेटी बनना है, जिसमें एनएसयूआई, यूथ कांग्रेस, महिला कांग्रेस, जिला कांग्रेस, सेवादल सहित कांग्रेस के जितने भी अनुषांगिक संगठन है, उनके कार्यकर्ताओं को रखा जाएगा और इसके लिए बैतूल जिले के प्रभारी राजकुमार केलु उपाध्याय आज बैतूल में जिला स्तरीय बैठक लेने जा रहे है। इस बैठक में यह भी तय होगा कि जो बूथ कमेटियां है इनके गठन की मॉनिटरिंग कैसे होगी।

- भाजपा में यह होंगे निर्णायक भूमिका में ...
भाजपा में मंडल अध्यक्ष के निर्वाचन में क्षेत्रीय विधायक, सांसद की पसंद और राय को प्राथमिकता मिलेगी। इसके अलावा विधानसभा और लोकसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन करने वाले मंडल अध्यक्षों को भी रिपीट होने का अवसर दिया जा सकता है।

- कांग्रेस में इन पर रहेगी जवाबदारी...
कांग्रेस में विशेष बूथ कमेटियों को लेकर जिलाध्यक्ष के अलावा पिछला विधानसभा चुनाव हारने वाले प्रत्याशियों, लोकसभा चुनाव हारने वाले प्रत्याशी के अलावा अनुषांगिक संगठन के जिलाध्यक्ष और ब्लॉक अध्यक्षों को जवाबदारी दी जाएगी।
@साभार : राष्ट्रीय दिव्य दुनिया।
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 02 दिसम्बर 2024