(बैतूल) संपदा 2.0 में फर्जीवाड़े का खतरा जाहिर कर रहे है सर्विस प्रोवाईडर , - फालोअप... जो दस्तावेज मिलेंगे वे साधारण कागज पर होंगे और सील भी नहीं लगी होगी
बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा। संपदा 1.0 के बाद अब जब संपदा 2.0 को लांच किया गया तो इसमें होने वाली रजिस्ट्री के फार्मूले को लेकर धोखाधड़ी का खतरा सर्विस प्रोवाईडर और रजिस्ट्री कराने वाले जाहिर कर रहे है। उनका कहना है कि इसमें जो दस्तावेज मिलेंगे उसमें उप पंजीयक की सील ही नहीं लगी होगी और यदि किसी के पास ओटीपी है तो वह दस्तावेज डाउनलोड कर सकता है। इसके अलावा इसकी जटिलताओं को लेकर सर्विस प्रोवाईडर में असंतोष देखा जा रहा है। वहीं रजिस्ट्री कराने वालों का कहना है कि जब हमने पूरा स्टाम्प शुल्क चुकाया है तो हमें साधारण कागज वाले रजिस्ट्री के दस्तावेज क्यों दिए जा रहे है। इसके अलावा इसमें एंड्राईड मोबाईल की अनिवार्यता को लेकर भी रजिस्ट्री कराने वालों में विशेषकर ग्रामीण क्षेत्र के पक्षकार में असंतोष है। उनका कहना है कि नये लोगों के पास तो एंड्राईड मोबाईल मिल सकते है,लेकिन जो बुजुर्ग है विशेषकर आदिवासी वर्ग के बुजुर्ग या महिलाएं है उनके पास एंड्राईड मोबाईल की सुविधा नहीं होती है और ऐसे में इसके बगैर रजिस्ट्री की सुविधा ना होना एक तरह से गैर व्यवहारिक तरीका है।
संपदा 1.0 में यह होता था
उप पंजीयक रजिस्ट्री के दस्तावेजों पर अपनी सील लगाकर देता था
जो सर्विस प्रोवाईडर और रजिस्ट्री कराने वाले है उनका कहना है कि वर्तमान में भी उपयोग में लाए जा रहे संपदा 1.0 साफ्टवेयर में उप पंजीयक ही दस्तावेज निकाल सकते थे और वे उपभोक्ता को देते समय उस पर बकायदा अपनी सील लगाकर देते थे। इससे किसी भी तरह के फर्जीवाड़े या धोखाधड़ी का खतरा नहीं रहता था।
स्लॉट टाईम बढ़ाया जाए
अधिवक्ता अभिषेक दुबे का कहना है कि जो संपदा 1.0 में स्लॉट कम कर दिए है उन्हें बढ़ाया जाना है, क्योंकि यह आसान है।
संपदा 2.0 में यह होता था
जिसके पास ओटीपी है वह दस्तावेज निकाल सकता है
संपदा 2.0 में ओटीपी सिस्टम है। इससे खरीददार, बेचावाल, गवाह, सर्विस प्रोवाईडर रजिस्ट्री या दस्तावेज निकाल सकता है। यह उपपंजीयक कार्यालय से नहीं निकलती है और ना ही इसके दस्तावेजों पर सील लगी होती है। ओटीपी किसी को बताना नहीं है, लेकिन संपदा 2.0 में बार-बार ओटीपी बताना पड़ता है। ऐसे में यह गोपनीय नहीं रह जाती।
अन्य शहरों में हो रहा है विरोध
कांग्रेस प्रवक्ता मोनू वाघ ने बताया कि संपदा 2.0 की जटिलता को लेकर अन्य शहरों में तो विरोध हो रहा है।
और इधर 1 दिसम्बर से बढ़ी हुई गाईड लाईन लागू होने पर संशय
प्रदेश सहित जिले में विभिन्न लोकेशन पर गाईड लाईन बढ़ाए जाने का प्रस्ताव फिलहाल टल गया है। 01 दिसम्बर से इसे लागू किया जाना था। संभवत अब तारीख बढ़ जाएगी। पंजीयन विभाग केन्द्रीय मूल्यांकन समिति के प्रस्तावों को सीएम के पास भेजेंगे और सीएम के विदेश दौर के लौटने के बाद इस पर फैसला होगा। बताया गया कि पूर्व में आपत्तियों के कारण नई गाईड लाईन लागू करने का प्रस्ताव टल गया था।
@साभार : राष्ट्रीय दिव्य दुनिया
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 30 नवंबर 2024