(बैतूल) जिसे दवाई का ई नहीं पता उस बाबू साहब को दवा खरीदी की सीएमएचओ ने दी जिम्मेदारी , - एक्सपोज... विवादित रहे लिपिक को जिला औषधि भंडार में दिया अतिरिक्त प्रभार

बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा। जिले के स्वास्थ्य विभाग में पूर्व विवादित रहे एक लिपिक को जिला औषधि भंडार का प्रभार दिया जाना सीएमएचओ के नजरिए और कार्यप्रणाली पर गंभीर प्रश्र चिन्ह लगा रहा है। उक्त कर्मचारी को जो प्रभार दिया गया है, उसके लिए वह कहीं से भी पात्रता नहीं रखता है। ऐसी स्थिति में जिला औषधि भंडार में होने वाली लाखों करोड़ों की दवाई खरीदी में उक्त लिपिक की भूमिका को लेकर अभी से सवाल खड़े होने लगे है? वर्तमान सीएमएचओ डॉ रविकांत उईके के रिटायरमेंट को बहुत ज्यादा समय नहीं बचा है। ऐसे में उनके द्वारा इस तरह के फैसले लिए जाना चौंकाता है! आरोप तो यह लगते है कि सीएमएचओ रिटायरमेंट के पहले-पहले हर तरफ हाथ आजमाने में लगे हुए है और इसलिए वे इस तरह के लिपिक को इतनी बड़ी जिम्मेदारी दे रहे है? जो शासन के आदेश है उसके अनुसार तो उक्त पद के लिए कोई वरिष्ठ फार्मासिस्ट ही पात्र हो सकता है? बैतूल के स्वास्थ्य विभाग में कई फार्मासिस्ट है जिन्हें यह जिम्मेदारी दी जा सकती है। अब सवाल यह है कि आखिर सीएमएचओ पूर्व में विवादित रहे लिपिक को ही यह जिम्मेदारी क्यों दे रहे है? आखिर उनको इस लिपिक में ऐसी कौनसी योग्यता नजर आती है जो वे इस लिपिक पर इस कदर भरोसा जता रहे है कि उसे दवा का द नहीं पता लेकिन दवाईयों की खरीदी का पूरा गुणा, भाग देखेगा! सीएमएचओ के इस तरह के फैसले को लेकर स्वास्थ्य विभाग में काफी कानाफुसी चल रही है और सब अपने-अपने तरीके से विवेचना कर रहे है।
- 2 दिसम्बर को जारी यह आदेश विवाद का कारण बन रहा...
विगत 02 दिसम्बर को सीएमएचओ डॉ. रविकांत उईके ने एक आदेश जारी किया है कि जिला औषधि भंडार टिकारी के प्रशासकीय कार्यव्यवस्था के सुचारू रूप से संचालन की दृष्टि से संजय दुबे सहायक ग्रेड-2 वर्तमान में स्थानीय कार्यालय बैतूल को अपने कार्य के साथ-साथ जिला औषधि भंडार टिकारी बैतूल के क्रय लिपिक का प्रभार तत्काल प्रभाव से सौंपा जाता है। सुनील द्विवेदी फार्मासिस्ट पूर्व की तरह जिला औषधि भंडार टिकारी में कार्य आपसी सामंजस्य से संपादित करेंगे।
- उपसंचालक के आदेश के इस आदेश का है खुला उल्लंघन...
उपसंचालक अस्पताल प्रशासन संचानालय स्वास्थ्य सेवा में 25 फरवरी 2021 को एक आदेश जारी किया गया था, जिसमें कहा गया था कि औषधि भंडार क्रय संबंधित कार्य पंजीकृत वरिष्ठ फार्मासिस्ट या फार्मासिस्ट ग्रेड-2 से लिया जावेगा। उन्होंने इस आदेश के कढ़ाई से पालन करने के आदेश दिए थे। यह आदेश 21 सितम्बर 2005 को संचानालय से पूर्व में भी जारी हुआ था और इसी के पालन के लिए उपसंचालक ने पुन: स्मरण कराया था जिसका उल्लंघन बैतूल में हुआ है।
- कोरोना के समय हुई भर्तियों में घोटाले के आरोपी रहे है अतिरिक्त प्रभार लेने वाले संजय दुबे...
बताया गया कि जिस सहायक ग्रेड-2 संजय दुबे को औषधि भंडार टिकारी में क्रय लिपिक की अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई है, वह पूर्व में कोरोना काल में हुई भर्तियों के घोटाले में आरोपी रहा और जेल की हवा भी खाई है! उन पर स्वास्थ्य विभाग के ही एक लिपिक द्वारा आत्महत्या करने के मामले में भी आरोप लगे थे? उनको लेकर और भी कई विवाद चर्चित रहे है! ऐसे विवादित कर्मचारी को सीएमएचओ द्वारा क्रय जैसे मामले में अतिरिक्त जिम्मेदारी दी जाना सवाल खड़े करता ही है?
@साभार : राष्ट्रीय दिव्य दुनिया
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 12 दिसम्बर 2024