बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा । वन विभाग में जो होता है वह सामान्य लोगों को नजर नहीं आता। यहां पर होने वाले भ्रष्टाचार के मामलों में जांच तक नहीं होती है? यदि कोई शिकायतकर्ता मामला उठाए भी तो उसकी सुनवाई नहीं होती है? अब ताजा तरीन मामला यह है कि पश्चिम वन मंडल में बड़े पैमाने पर शासकीय धन के अपव्यय किए जाने के आरोप लग रहे है और आरोप तो यहां तक है कि इन तमाम क्रियाकलापों में डीएफओ की भी भूमिका से इंकार नहीं किया जा सकता! यदि पश्चिम वन मंडल में वर्तमान डीएफओ के कार्यकाल में हुई खरीदी, निर्माण आदि की उच्च स्तरीय जांच कराई जाए तो सच्चाई सामने आ सकती है? पूरे मामले में बेहद ईमानदार सीसीएफ यदि एक्शन ले और उच्च स्तरीय जांच कराए तो ही कुछ हो सकता है अन्यथा जो भ्रष्टाचार हुआ है वह कभी उजागर नहीं हो पाएगा?  इसकी बड़ी वजह यह है कि जब डीएफओ की भूमिका ही इन आर्थिक गड़बड़ी या धन अपव्यय के मामले में शिकायत में सामने आ रहा है तो फिर ऐसी स्थिति में किसी अन्य से निष्पक्ष जांच की उम्मीद नहीं की जा सकती! वन विभाग में जो चर्चाए है उसमें तो कहा जा रहा है कि पश्चिम वन मंडल में एनकेन प्रकारेण सरकारी धन को या बजट को ठिकाने लगाने का काम चल रहा है और इसके लिए तमाम नियम कायदों को ताक पर रख दिया गया है। 

- भंडार क्रय नियमों को ताक पर रखकर हुई तमाम तरह की खरीदी...
पश्चिम वन मंडल में जो भी खरीदी की गई है उसमें प्रक्रिया और नियमों को ताक पर रखा गया है! जो नियमों के जानकार है उनका दावा है कि वन मंडल में डीएफओ के विश्वसनीय कहे जाने वाले रेंजर से लेकर बीट गार्ड तक अपनी मनमानी कर रहे है? इस वन मंडल में खरीदी के मामले में भंडार क्रय नियम की खुलकर अवहेलना की गई है? यह सब कुछ डीएफओ के भी संज्ञान में है, लेकिन इसके बावजूद वे इसे रोकने में रूचि नहीं लेते है!

- फर्जी बिल व्हाउचर पर बिना सत्यापन के ही किया जा रहा भुगतान...
पश्चिम वन मंडल में निर्माण और मेंटेनेंस के कामों में जिस तरह से फर्जीवाड़ा किया गया है उसको लेकर दबी जुबान में अन्य वन मंडलों में भी जबरदस्त चर्चा है। बताया जा रहा है कि यहां पर कुछ रेंज में जो मेंटेनेंस के बिल व्हाउचर लगाए है वह एक तरह से फर्जी है। यदि इनकी उच्च स्तरीय तकनीकी जांच हो जाए तो यह फर्जीवाड़ा आसानी से पकड़ में आ जाएगा? फर्जी बिल व्हाउचर पर जिस तरह से बिना आपत्ति के भुगतान हो रहा है इससे डीएफओ पर सवाल है?

- शिकायत के बावजूद भी जांच इसलिए नहीं हो रही डीएफओ की भूमिका पर ही सीधा प्रश्र चिन्ह लग रहा..!
बताया जा रहा है कि पश्चिम वन मंडल में आर्थिक गड़बड़झाले में सीसीएफ को बकायदा लिखित शिकयत हुई है और इसमें बिंदुवार शिकायत की गई है कि कहां पर और किस स्तर पर आर्थिक अनियिमतताएं की गई है? शिकायकर्ता बार-बार सीसीएफ कार्यालय के चक्कर लगा रहा है, लेकिन जांच नहीं की जा रही है? वजह यह बताई जा रही है कि उक्त शिकायत में सीधे डीएफओ पर ही प्रश्र चिन्ह लग रहा है।
@साभार : राष्ट्रीय दिव्य दुनिया 
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 13 दिसम्बर 2024