बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा । वन विभाग में कर्मचारी की योग्यता और ईमानदारी को महत्व नहीं मिलता! बल्कि इस बात के लिए संरक्षण मिलता है कि वन कर्मचारी अपने मूल काम के अलावा और कौनसी अर्थ उपार्जन की योग्यता रखता है? यह बात इसलिए कही जा रही है कि पश्विम वन मंडल में अलग-अलग शाखा में पदस्थ कम्प्यूटर ऑपरेटर्स पर गंभीर आरोप लगे, शिकायतें हुई और उनके आधार पर सीसीएफ ने उन्हें हटाए जाने के आदेश दिए। सीसीएफ के इन आदेशों के बावजूद भी डीएफओ पश्चिम वन मंडल ने इन ऑपरेटरों को हटाना तो दूर इनकी शाखाएं बदलना तक जरूरी नहीं समझा! जिस तरह से डीएफओ ने अपने वरिष्ठ अधिकारी के आदेश की अवहेलना की, वह कई तरह के संदेह को जन्म देता है? अब सवाल यह है कि जो आरोप इन कम्प्यूटर आपरेटर पर लगे और शिकायतें हुई क्या उसमें डीएफओ की भी अपनी कोई भूमिका है? यदि नहीं है तो फिर क्या कारण है कि वे इन ऑपरेटर्स पर इतने मेहरबान है? सबसे बड़ी बात क्या उनका सी सी एफ के आदेश की अवहेलना करना कदाचरण की श्रेणी में नहीं आता?

- इन तीन ऑपरेटर्स पर सीसीएफ ने उठाए गंभीर सवाल...
पूर्व सीसीएफ पीजी फुलझले ने डीएफओ पश्विम वन मंडल को 13 अक्टूबर 2023 को एक आदेश के माध्यम से निर्देशित किया था कि पश्विम वन मंडल की व्यय शाखा में पदस्थ ऑपरेटर मूलचंद यादव, स्थापना शाखा में पदस्थ ऑपरेटर श्रीराम यादव और व्यय शाखा में ही पदस्थ चैतराम यादव को कार्य से पृथक कर उन्हें सूचना दी जाए? हालत यह है कि 13 महीने हो गए लेकिन एक भी ऑपरेटर को हटाया नहीं गया और ना ही शाखा बदली गई! सीसीएफ के तबादले के बाद नई सीसीएफ ने भी ध्यान नहीं दिया?

- सीसीएफ ने कहा कि इनकी वजह से विभाग की छवि धूमिल...
सीसीएफ ने इन तीन ऑपरेटर्स को कार्य से पृथक करने के आदेश में स्पष्ट रूप से लिखा कि कार्यरत कम्प्यूटर ऑपरेटर्स की वरिष्ठ कार्यालय से अपने सगे संबंधियों के खाते में शासन की राशि डालने संबंधित शिकायतें तथा अन्य कई शिकायतें बार-बार प्राप्त हुई है एवं कम्प्यूटर ऑपरेटर्स की कई बार गुमनाम शिकायतें भी प्राप्त हुई है। जिससे कि विभाग की छवि धूमिल हो रही है। इन्हें तत्काल कार्य से मुक्त कर अवगत कराए! वरिष्ठ अधिकारी के स्पष्ट आदेश को भी डीएफओ ने दरकिनार कर दिया?

- इनका कहना.....
जिन कम्प्यूटर ऑपरेटर्स की शिकायत प्राप्त हुई थी उनकी जांच करा चुके हैं। पश्विम वन मंडल में तीनों कम्प्यूटर ऑपरेटर्स जांच में दोषी नहीं पाए गए। इसलिए उन्हें नहीं हटाया गया। 
- वरूण यादव, डीएफओ, पश्चिम वन मण्डल, बैतूल।

वरिष्ठ अधिकारी द्वारा आदेश करने पर पहले उन्हें हटाया जाना चाहिए था फिर जांच करानी थी लेकिन डीएफओ ने यह न करके सिविल सेवा आचरण नियम का उल्लंघन किया है। 
- अभिषेक दुबे, अधिवक्ता ।

साभार  : राष्ट्रीय दिव्य दुनिया 
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 20 दिसम्बर 2024