बैतूल (हेडलाइन) / नवल वर्मा। दक्षिण वन मंडल की भैंसदेही रेंज में लंबे समय से पदस्थ रेंजर अमित सिंह चौहान को लेकर भ्रष्टाचार घोटाले और अधीनस्थ कर्मचारियों को प्रताडि़त करने जैसी गंभीर शिकायतें लंबित है! इसके बावजूद इस रेंजर के खिलाफ कोई भी ठोस एक्शन नहीं हो रहा है? आरोप लग रहे है कि इसलिए उसके हौंसले इतने बुलंद है कि उसकी शिकायत करने वाले कर्मचारियों को जातिसूचक गालियां दे रहा है, धमका रहा है और चमड़ी उधेड़ देने की बात कहा रहा है! अधीनस्थ कर्मचारियों ने बकायदा लिखित में अमित सिंह चौहान की डीएफओ, सीसीएफ और पुलिस विभाग में शिकायत करा रखी है? अज्ञात कारणों की वजह से किसी भी स्तर से अमित सिंह चौहान के खिलाफ विधि अनुसार कार्रवाई नहीं हो रही है! इस स्थिति में जिन कर्मचारियों ने शिकायतें की थी वे अपने आप को भयभीत बता रहे है?

- जांच समिति को प्रताडऩा से कराया गया अवगत...
करीब आधा दर्जन वन कर्मचारियों द्वारा ही वन परिक्षेत्र भैसदेही के विरूद्ध हो रही जांच को लेकर सामने आ रही प्रताडऩा से अवगत कराया गया है? 21 दिसम्बर को वन मंडल स्तरीय जांच समिति दक्षिण वन मंडल को दिए गए आवेदन में उक्त शिकायकर्ताओं ने बताया कि रेंजर द्वारा शिकायत करने के बाद से लगातार प्रताडि़त किया जा रहा है?

- जांच समिति के सामने ही दी गई धमकियां...
जो शिकायत की गई है उसमें बताया गया है कि 17 दिसम्बर को मनाही करने के बाद भी रेंजर अमित सिंह चौहान ने तीन वाहन में भरकर 15 - 20 कर्मचारियों को लेकर गया और शिकायकर्ताओं को जांच समिति के सामने ही सरेआम चमड़ी उधेडऩे की धमकी भी दी गई! उसकी इस धमकी से सभी शिकायकर्ता अपने आप को भयभीत बता रहे है?

- प्रभार में रहते हुए निष्पक्ष जांच संभव ही नहीं है...
पूरे मामले में जो शिकायत सामने आई है उससे स्पष्ट नजर आ रहा है कि यदि अमित चौहान रेंज अफसर के प्रभार में रहा तो उसके रहते में भ्रष्टाचार और अन्य शिकायतों की निष्पक्ष जांच हो ही नहीं सकती है! नियम अनुसार तो पहले अमित सिंह चौहान को हटाया जाना चाहिए, इसके बाद जांच होना चाहिए, लेकिन डीएफओ ऐसा क्यों नहीं कर रहे?
@साभार : राष्ट्रीय दिव्य दुनिया 
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 26 दिसम्बर 2024