बैतूल(हेडलाइन)। जिले में भ्रष्टाचार और लापरवाही के मामलों को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता प्रेम शंकर मिश्रा ने जिला कलेक्टर कार्यालय के बाहर 24 जनवरी 2025 से अनिश्चितकालीन आमरण अनशन पर बैठने की घोषणा की है। मिश्रा ने राज्यपाल, मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, वन विभाग के अधिकारियों समेत कई अन्य उच्च अधिकारियों को ज्ञापन भेजकर अपनी शिकायतें दर्ज कराई हैं।

प्रेम शंकर मिश्रा ने आरोप लगाया है कि सीएम हेल्पलाइन पोर्टल पर उनकी शिकायत संख्या 29064794 को फर्जी निराकरण दिखाकर बंद कर दिया गया। शिकायत में उत्तर बैतूल (सा.) वनमंडल के अधिकारी द्वारा भ्रष्टाचार से जुड़े मामलों को दबाने का प्रयास करने का आरोप लगाया गया है। मिश्रा का कहना है कि उन्हें शिकायत के निराकरण की प्रति देने से इनकार कर दिया गया।

- सूचना के अधिकार के तहत भी नहीं दी जानकारी...

मिश्रा ने यह भी आरोप लगाया कि लोक सूचना अधिकारी और उप वनमंडलाधिकारी श्रेयस श्रीवास्तव ने सूचना के अधिकार के तहत मांगी गई जानकारी के लिए सैकड़ों रुपये जमा कराए, लेकिन जानकारी देने में आनाकानी की। ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि जिला कलेक्टर और मुख्य वन संरक्षक (सीसीएफ) द्वारा एल-3 अधिकारी को शिकायत का निराकरण करने और इसकी प्रति शिकायतकर्ता को प्रदान करने के निर्देश दिए गए थे। बावजूद इसके, एल-3 अधिकारी ने इन निर्देशों को अनदेखा कर दिया।

- भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग...

प्रेम शंकर मिश्रा ने चेतावनी दी है कि जब तक उनकी शिकायतों का उचित निराकरण नहीं किया जाएगा और दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी, तब तक वह अपना अनशन जारी रखेंगे। उन्होंने इस मामले में मुख्यमंत्री से व्यक्तिगत हस्तक्षेप की मांग की है। इस पूरे प्रकरण के बाद जिला प्रशासन और वन विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं। मिश्रा का कहना है कि वह भ्रष्टाचार और लापरवाही के खिलाफ लड़ाई जारी रखेंगे, चाहे इसके लिए उन्हें कितने भी दिन अनशन पर क्यों न बैठना पड़े।

- संबंधित अधिकारियों को भेजा ज्ञापन...

प्रेम शंकर मिश्रा ने ज्ञापन की प्रतियां राज्यपाल, मुख्यमंत्री, केन्द्रीय मंत्री दुर्गादास उइके, विधायक हेमंत खंडेवाल, मुख्य सचिव, प्रधान मुख्य वन संरक्षक और पुलिस अधीक्षक समेत सभी संबंधित अधिकारियों को भेजी हैं। उन्होंने सभी से अपील की है कि उनकी शिकायतों का समाधान जल्द से जल्द सुनिश्चित किया जाए।