बैतूल। यह अभी स्पष्ट ही नहीं है कि कौन जिलाध्यक्ष बनेगा। जिन नामों पर सबसे ज्यादा फोकस किया जा रहा है, उसको लेकर भी अलग ही तरह का ट्रेंड देखने में आ रहा है। हाल ही में यह देखने में सामने आया कि वर्तमान जिलाध्यक्ष आदित्य बबला शुक्ला साढ़े चार के कार्यकाल के कारण इस रेस से बाहर हो रहे है और इनकी जगह नगर परिषद बैतूलबाजार के पूर्व अध्यक्ष सुधाकर पवार अव्वल नंबर पर है। इन दोनों तथ्यों में क्रेडिट खाने वाले बहुत ताकत से झंडा लेकर निकल चुके है। जैसे कुछ लोगों इस बात का क्रेडिट खाने में लगे हुए है कि बबला नहीं बनेगा तो उनका ही सर्वाधिक योगदान होगा। वहीं कुछ लोग अभी से सुधाकर पवार के आसपास मक्खी की तरह भिन-भिनाने लगे है और उन्हें यकीन दिलाने में लगे है कि उनके अध्यक्ष बनने में वे भी कुछ योगदान दे रहे है और भविष्य में उनकी प्रति पूरी स्वामी भक्ति रखेंगे। भाजपा की राजनीति में इस तरह का ट्रेंड देखकर एक ईमानदार भाजपाई का कहना था कि गांव अभी बसा नहीं और डाकू पहले आ गए!