(बैतूल) रेंजर अमित चौहान के धोखे और झूठ का शिकार बनी एक विधवा महिला न्याय के लिए भटक रही , - बयान बदलवाने मृत मजदूर की पत्नि को तीन महीने भृत्य बनाकर रखा और वेतन भी नहीं दिया
बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा। भैसदेही रेंज में पदस्थ रहे रेंजर अमित चौहान को भले ही वहां से हटाकर गवासेन में अटैच कर दिया गया हो, लेकिन उनकी कार्यप्रणाली का शिकार बने अनेक लोग अभी भी न्याय के लिए भटक रहे है? उनकी किसी स्तर पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है? ऐसी एक विधवा महिला अपने छोटे से बच्चे को लेकर दर-दर की ठोंकर खा रही है! रेंजर अमित चौहान के झूठ और धोखे की वजह से इस महिला के सामने जीवन यापन का संकट आकर खड़ा हो गया है? इसके पति की मौत वन विभाग के एक बिल्डिंग डिस्मेंटल करते समय हुई थी, मामले को दबाने के लिए अमित चौहान ने इस महिला के साथ चौकीदार की नौकरी लगाने का एक खेल खेला और अपने आप को गैर इरादतन हत्या के केस से बचा लिया! जब अमित चौहान को लगा कि उसका काम हो गया है तो उसने उस महिला को दर किनार कर दिया?
- यह है वह घटनाक्रम जिसमें महिला के पति की मौत हुई...
रेखा पति नारायण धोटे निवासी नवापुर भैसदेही ने बताया कि वन परिसर में बने पुराने भवनों को तोडऩे का काम ठेकेदार महादेव धोटे और रेंजर अमित चौहान करवा रहे थे, जहां उसका पति नारायण धोटे भी काम करता था। 21 मई 2023 को दीवार गिरने से दबकर उसके पति की मौके पर ही मौत हो गई।
- चौकीदार की नौकरी देने का लालच देकर किया गुमराह...
मौत के दूसरे दिन रेंजर अमित चौहान उसके घर पहुंचा और कहा कि तुम पुलिस को यह लिखकर दे दो कि इस मामले में किसी की कोई गलती नहीं है, हम तुम्हे चौकीदार की नौकरी दे देंगे और कुछ महीने बाद ही हम तुम्हे परमानेंट कर देंगे। उसे तीन महीने वन परिक्षेत्र कार्यालय में भृत्य बनाकर नौकरी भी दी गई।
तीन माह का वेतन भी नहीं दिया और बाद में उसे काम से बंद कर दिया?
पीडि़त महिला रेखा का कहना है कि उससे तीन महीने तक काम कराया गया, कोई वेतन नहीं दिया गया। तीन महीने बाद उसे बंद कर दिया गया और इसके बाद जब उसने शिकायत की तो उसे रेंजर ने कहा कि तुम कहीं भी शिकायत कर लो कहीं कुछ नहीं होना है! महिला का कहना है कि उसके साथ अन्याय हुआ है?
@साभार : राष्ट्रीय दिव्य दुनिया
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 15 जनवरी 2025