(बैतूल) समीक्षा बैठक के प्रतिवेदन में मुद्दों का समाधान होना दिखाते है पर हकीकत में कहीं कुछ भी नहीं , - एसीएस की समीक्षा बैठक से जनप्रतिनिधियों को फीलगुड होता है पर जनहित में हाथ कुछ नहीं लगता
बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा। अभी तक एसीएस अजीत केसरी जनप्रतिनिधियों के साथ तीन संभाग स्तर बैठक ले चुके है। इन बैठक में जनप्रतिनिधियों द्वारा जो मुद्दे उठाए गए थे, क्या उनका निराकरण हो चुका है? यदि इन बैठक के पालन प्रतिवेदन को जनप्रतिनिधि देखेंगे तो उन्हें पता लगेगा कि उन समस्या या मुद्दों का समाधान पूर्ण रूप से बताया जा रहा है। जबकि हकीकत में ना तो समस्या का समाधान हुआ है और ना ही उसका निराकरण करने का कोई ठोस प्रयास किया गया। इसलिए इस तरह की समीक्षा बैठक महज खानापूर्ति की तरह की नजर आती है, जिसमें तीनों जिलों के विधायक और सांसदों को यह फीलगुड कराया जाता है कि प्रशासनिक स्तर पर उनकी बात सुनी जा रही है, पूरा तवज्जों दी जा रही है। उनके द्वारा जो मुद्दे उठाए जा रहे है उसकी डे-टू-डे मॉनीटरिंग की जा रही है। इससे माननीय वर्ग को यह भी महसूस होता है कि अधिकारी वर्ग उनकी बातों को गंभीरता से ले रहे है। जबकि हकीकत यह है कि जिन मुद्दों को माननीयों ने प्रमुखता से उठाया उनका मैदानी स्तर पर कोई असर दिखाई ही नहीं दिया। केवल कागजी कार्रवाई और खानापूर्ति ही नजर आती है।
- मुद्दा... बैतूल में हुई समीक्षा में 302 अवैध कालोनियों में नागरिक सुविधाओं की मांग उठी थी...
- बैतूल में आयोजित हुई इस समीक्षा बैठक में सभी विधायकों ने अवैध कालोनियों में नागरिक सुविधाओं का मुद्दा उठाया। यदि इसका पालन प्रतिवेदन में यदि देखा जाए तो बताया जा रहा है कि नगरीय क्षेत्र की 302 अवैध कालोनियों में दो अधिसूचना का प्रकाशन हो चुका है।
- वास्तविकता :- हकीकत यह है कि कलेक्टर ने पिछले माह एक कमेटी गठित की। यह कमेटी भी अब तक कुछ भी नहीं कर पाई।
- मुद्दा... बैतूल में आयोजित समीक्षा बैठक में अतिक्रमण पर कार्रवाई करने के लिए कहा गया...
- बैतूल में आयोजित हुई समीक्षा बैठक में ही सभी विधायकों ने एक स्वर में अतिक्रमण को लेकर ठोस कार्रवाई की बात कही थी। जिसके पालन प्रतिवेदन में पूर्ण होना दर्शाया जाता है।
- वास्तविकता :- प्रशासन एक चिन्हित स्थान पर अतिक्रमण की कार्रवाई करता है। जैसे कॉलेज रोड पर अतिक्रमण हटाया गया था, लेकिन स्थिति फिर यथावत है। इसके बाद निरंतर कहीं भी ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
- प्रशासन के मुताबिक चोपना में अवैध शराब की बिक्री होती ही नहीं है...
- घोड़ाडोंगरी विधायक गंगाबाई उईके ने नर्मदापुरम में आयोजित दूसरी बैठक में चोपना क्षेत्र में अवैध शराब बिक्री का मामला उठाया था। इस मामले में प्रशासन का जो पालन प्रतिवेदन है, उसके अनुसार अवैध शराब की बिक्री नहीं होती है और बाकी अवैध शराब में कार्रवाई के आंकड़े दिए गए।
@साभार : राष्ट्रीय दिव्य दुनिया
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 31 जनवरी 2025