(बैतूल) भोले और शेखर की अवैध कालोनी में एसडीएम का दावा कि एफआईआर जैसी कार्रवाई ही की जाएगी , - राष्ट्रीय दिव्य दुनिया में खबर छपने के बाद एक्शन मोड में नजर आया राजस्व अमला

बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा। पटवारी हल्का बटामा में फोरलेन पर स्थित लक्की ढाबे के पीछे जो करीब तीन पार्टनर द्वारा कालोनी काटी गई है, इसको लेकर अब राजस्व का अमला हरकत में आ गया है। एसडीएम ने संबंधित हल्का पटवारी से प्रतिवेदन मांगा है। एसडीएम का कहना है कि पटवारी का प्रतिवेदन आने के बाद रजिस्ट्रार से यहां पर हुई रजिस्ट्री की जानकारी ली जाएगी और इसके बाद कालोनाईजर के पास क्या अनुमति है इस पर जवाब मांगा जाएगा और फिर एफआईआर जैसी कार्रवाई भी की जाएगी। गौरतलब रहे कि बटामा में ओमप्रकाश भोले, शेखर राजपूत और शुभम पवार द्वारा करीब तीन एकड़ रकबे में कालोनी काटी गई है, जिसमें ओमप्रकाश भोले ने तो उक्त जमीन पर लगभग सभी प्लॉट बेच दिए गए है। करीब तीन माह पहले भी यह मामला चर्चा में आया था, तब हल्का पटवारी से डायवर्सन आरआरआई ने प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के लिए कहा था, लेकिन तब मामला ठंडे बस्ते में चला गया। बताया गया कि उक्त कालोनी में किसी भी तरह की कोई वैद्यानिक अनुमति नहीं है। जानकार तो दावा करते है कि इनके पास टीएनसीपी और विकास की अनुज्ञा तक नहीं है, इसके बावजूद उक्त रकबे में प्लॉट काटकर बेच दिए गए। जो कि नियम कायदों का खुला उल्लंघन है। जबकि कायदे से कालोनाईजर के पास टीएनसीपी, रेरा, पीसीबी की एयर वाटर कंस्लटिंग आदि होना अनिवार्य है, लेकिन यहां पर उक्त रकबे के तीनों पार्टनर के पास कोई अनुमति न होने की जानकारी सामने आ रही है! अब इस स्थिति में जिन्होंने यहां पर प्लॉट खरीदे है वे मूलभूत सुविधाओं से वंचित है?
- प्लॉट खरीदने वाले छला हुआ महसूस कर रहे...
बताया गया कि नितेश चौकीकर जैसे एजेंट के माध्यम से उक्त कालोनाईजर ने लोगों को मूलभूत सुविधाओं का सब्जबाग दिखाकर प्लॉट बेच दिए है! जबकि यहां पर सडक़, नाली, बिजली, पानी जैसी कोई सुविधा नहीं है? नियम अनुसार जो बाउंड्रीवाल और गेट होना चाहिए वह भी नहीं है। इसके अलावा जो ओपन एरिया जो छोड़ा जाना चाहिए था वह भी नहीं छोड़ा गया है ।
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 22 फ़रवरी 2025