बैतूल(हेडलाइन)। प्रशासनिक हल्के में चर्चा है कि बड़े साहब इस बात की खोज खबर कर रहे है कि राजस्व संबंधित मामलों के ऑनलाईन प्रकरण तो आरसीएमएस पोर्टल पर दिखाई दे जाते है, लेकिन उनके अधीनस्थ कितने प्रकरण अपनी आलमारी में दबाकर रखते है। बड़े साहब को उनके मुखबिरों ने पक्की जानकारी दी है कि इस मामले में बैतूल अनुविभाग टॉप पर है। यहां प्रकरणों को पेडिंग रखा जा रहा है और आलमारी में दबा-दबाकर रखा जा रहा है। उक्त मुखबिर ने तो यह भी दावा कर दिया है कि इनकी संख्या 1400 तक भी हो सकता है। अब इसमें कितनी सच्चाई है यह तो बड़े साहब द्वारा अनुविभाग के कार्यालयों की आलमारियों में रखी फाईलों और प्रकरणों की जांच कराने पर ही साबित हो पाएगी पर इस बात की चर्चा राजस्व महकमे में जबरदस्त है। हो सकता है कि बैैतूल अनुविभाग के साहब के किसी विरोधी ने यह अफवाह फैलाई हो, लेकिन अपनी पदस्थापना के दौरान अनुविभाग के साहब का जिस तरह का प्रदर्शन रहा है उसे देखते हुए लोगों को शॉक ही लग रहा है कि 1400 अलग-अलग राजस्व प्रकरण ऑफलाईन तरीके से पेडिंग रखे जा रहे है और इन पेडिंग प्रकरणों का सुराग राजस्व के किसी सुभाष नाम के दीवानजी को ही पता है !