बैतूल (हेडलाइन)/नवल वर्मा। बैतूल नगरपालिका क्षेत्र में पेयजल सप्लाई के लिए वर्षो से लाखापुर डेम एक बड़ा स्त्रोत है। यहां पर पेयजल के लिए हर वर्ष पानी आरक्षित रखा जाता है। हर वर्ष यहां से किसान पानी उठाकर अपने गन्ने के खेत की सिंचाई करते है। इस बार भी ऐसा ही कुछ हो रहा है।
 लाखापुर डेम से पानी चोरी की सूचना मिलने पर बैतूल एसडीएम राजीव कहार मय दलबल के शुक्रवार दोपहर में मौके पर पहुंचे, लेकिन उनके पहुंचने के पहले ही वहां सूचना पहुंच चुकी थी कि एसडीएम छापा डालने आ रहे है, उसके पहले ही किसानों ने डेम और नहर से मोटर निकाल ली। महज एक मोटर ही मौके पर मिली। उससे समझाकर मोटर बाहर निकलवा दी और दल बैरंग ही लौट आया। जानकार बताते है कि एसडीएम के दलबल सहित मौके पर पहुंचने की सूचना किसी मुखबिर ने पहले ही उक्त क्षेत्र में प्रसारित करवा दी थी इसलिए एसडीएम के पहुंचने के पहले ही किसानों द्वारा अपनी मोटर वहां से हटा ली गई। बताया जा रहा है कि डेम से जो पानी हाल ही में छोड़ा गया था वह माचना के रास्ते एनीकट तक आने के दौरान ही कई जगह किसानों द्वारा अपनी फसल की सिंचाई के लिए उठा लिया गया था। इसलिए पूरा पानी भी नहीं पहुंचा। वर्तमान में ताप्ती बैराज और लाखापुर डेम से पानी लेकर सप्लाई की जा रही है।

- लाखापुर से एनीकट तक बिछाई गई 2 करोड़ की पाईप लाईन पैसे की बर्बादी साबित हुई इसलिए पानी भी हो रहा बर्बाद...
बैतूल शहर में जो पानी लाखापुर डेम से हर वर्ष लिया जाता है, उसका बड़ा हिस्सा लाखापुर से एनीकट तक पानी लाने में ही बड़ा हिस्सा बर्बाद हो जाता था, कुछ पानी जमीन सोखती है और कुछ पानी भाप बनकर उड़ जाता है। ऐसे में वहां से छोड़े गए पानी का 40 से 45 हिस्सा बेकार चला जाता था। यह देखते हुए तात्कालिन विधायक हेमंत खण्डेलवाल ने लाखापुर से एनीकट तक पानी लाने में पाईप लाईन व्यवस्था की प्लॉनिंग की और शासन से 2 करोड़ रूपए नगरपालिका बैतूल को दिलवाए। 8 वर्ष पहले पाईप लाईन बिछाने का काम शुरू हुआ और यह काम कब खत्म हो गया यह आज तक किसी को नहीं पता। इसका भुगतान भी ठेकेदार को हो चुका है, लेकिन लाखापुर डेेम से एनीकट तक एक लोटा पानी भी इस पाईप लाईन से अभी तक नहीं आया। इस बार भी लाखापुर से जो पानी छोड़ा गया वह एनीकट तक माचना के रास्ते सफर तय करते-करते करीब 40 फीसदी बर्बाद हुआ है। ऐसी स्थिति में बड़ा सवाल यह है कि इस पाईप लाईन का उपयोग कब होगा? वहीं यह भी सामने आना चाहिए कि इस बिछाई गई पाईप लाईन में कौनसी टेक्नीकल खामी है जिसे दुरूस्त कर पाईप लाईन के माध्यम से पानी नहीं लाया जा रहा है? कुल मिलाकर पानी के साथ-साथ पैसे की बर्बादी का भी शानदार उदाहरण इस पाईप लाईन को माना जा रहा है?
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 22 मार्च 2025