बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा। बैतूल तहसील में पटवारी हल्कों में तैनात 25 पटवारी और अधिकांश आरआई बैतूल तहसील के मूल निवासी है! इसके बावजूद उनको यहां पोस्टिंग दी गई है? वहीं एक ही हल्के में इन्हें वर्षो से तैनात कर रखा है? कहा जाता है कि इन पटवारियों की जड़े इतनी गहरी हो गई है कि राजस्व संबंधी जितने भी वाद-विवाद, आरोप-प्रत्यारोप होते है उसकी असली वजह वर्षो से एक ही हल्के में गृह तहसील के अंतर्गत जमे यह पटवारी ही है। 

- इन पटवारियों के कारण ही यह सब हो रहा...
 1 - बैतूल तहसील के अंतर्गत शहर और ग्रामीण क्षेत्र में बड़े पैमाने पर अवैध कालोनियों का निर्माण होता है और यह पटवारी समय रहते प्रतिवेदन ही नहीं देते है?
2 - नदी-नालों पर अतिक्रमण कर प्लॉट बनाकर बेचे जा रहे है! सरकारी जमीन तक बेच दी जा रही है? जानकारी होने के बावजूद भी यह पटवारी प्रतिवेदन नहीं देते है?
3 - नामांकन-सीमांकन जैसे मामलों में आम लोगों को बिना तगड़े चाय-पानी के अपनी सेवाएं तक नहीं देते है और सही तरीके से सीमांकन ना कर यह पटवारी आरआई जमीन संबंधी विवादों को बढ़ावा देते है?
4 - कथित भू-माफियाओं और अवैध कालोनाईजरों के साथ इन आरआई पटवारी के बड़े प्रगाड़ और मधुर संबंध अलग-अलग मौके पर दिखाई देते है?

- अफसरों के साथ-साथ राजनेताओं के संरक्षण में फल फूल रहे दीवान जी...
 बैतूल तहसील में वर्षो से जमे जकड़े पटवारी और आरआई को लेकर अधिवक्ता अभिषेक दुबे का कहना है कि इनकी जड़ें इसलिए गहरी हो गई है कि भ्रष्ट अधिकारियों के साथ-साथ इन्हें जनप्रतिनिधियों का भी समर्थन हासिल रहता है।
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 07 अप्रैल 2025