(बैतूल) सत्ता और विपक्ष के ठेकेदारनुमा नेताओं ने भी नलजल में बुझाई है अपनी प्यास , - जल जीवन मिशन को पलीता लगने का एक बड़ा कारण यह भी

बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा। जल जीवन मिशन में घटिया निर्माण को लेकर राजनीति बहुत ज्यादा आक्रोश में इसलिए भी नजर नहीं आता है कि सत्तापक्ष और विपक्ष में जो ठेकेदारनुमा नेता है उन्होंने भी नलजल योजना की ठेकेदारी में छककर पानी पीया और अपनी प्यास बुझाई है और कुछ तो अभी भी प्यास बुझाने में जुृटे हुए है? गाहे बगाहे इन ठेकेदारनुमा नेताओं की नलजल योजनाओं की जानकारी सार्वजनिक होती भी है तो यह अपने संपर्क और संबंधों के आधार पर मीडिया से लेकर अधिकारियों तक को आसानी से मैनेज कर लेते है, इसलिए बात दब जाती है? बहुत ज्यादा हो हल्ला नहीं मचता है। इन ठेकेदारनुमा नेताओं की अपने ही दल में नहीं बल्कि प्रतिद्वंदी दल में भी सभी प्रमुख गणमान्यों से बड़े मधुर संबंध होते है। इसलिए इनकी घटिया नलजल योजनाओं की पोल पूरी तरह से नहीं खुल पाती है। इसके कई उदाहरण है? इसलिए सत्तापक्ष भाजपा हो या कांग्रेस दोनों से जल जीवन मिशन में पलीता लगने पर उतना तगड़ा रिएक्शन सामने नहीं आता जैसा आना चाहिए। वैसे कोई भी ठेकेदार मापदंड के अनुरूप नलजल योजना में काम नहीं कर रहा, इसलिए हालत बदत्तर है?
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 12 अप्रैल 2025