(बैतूल) अमृत सरोवर में बिल्ड ट्रस्ट के बिल अधिकारियों के असली चेहरे को ला सकते हैं सबके सामने! , - आरईएस और जिला पंचायत के जिम्मेदार अधिकारियों की भूमिका पर अमृत सरोवर योजना में प्रश्र चिन्ह

बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा। बैतूल जिले में लगभग 40 करोड़ की लागत से विभिन्न पंचायतों में बनाए गए 168 अमृत सरोवर अपने अंदर बहुत से ऐसे रहस्यों को समाकर बैठे है जो यदि उजागर हो जाए तो आरईएस और जिला पंचायत के जिम्मेदार अधिकारियों के पास उसका कोई जवाब नहीं होगा। कुछ ब्लॉक में अमृत सरोवर में जो वेंडरिंग के बिल है उस पर गंभीर प्रश्र चिन्ह है और जांच का विषय बताए जा रहे है? ऐसी ही एक फर्म बिल्डट्रस्ट इन्फ्रा प्रायवेट लिमिटेड है जिसका खाता सेन्ट्रल बैंक गंज में बताया जा रहा है! यह फर्म किसकी है यह उजागर नहीं हो रहा है, लेकिन इसके पीछे कौन हो सकता है इसको लेकर एक अधिकारी पर सबकी ऊंगलियां उठ रही है? यदि इस वेंडर को किए गए भुगतान की बारिकी से जांच की जाए तो जिस तरह के आरोप चर्चाओं में लग रहे है उनकी वास्तविक स्थिति सामने आएगी? जो भी हो लेकिन यह तय है कि अमृत सरोवर बनाने में सरकार के बजट को हर तरीके से खर्च करने में जितनी रूचि अधिकारियों ने ली उतनी रूचि उन्होंने इसके निर्माण में तकनीकी मापदंडों को पूरा करने में नहीं लगी? इसलिए जिन अमृत सरोवर में मछली पालन, सिंचाई, भू-जल स्तर वृद्धि के जो ख्वाब दिखाए तो वे बारिश खत्म होते ही सूख जा रहे है? यह स्थिति किसी एक या दो ब्लॉक की नहीं है। अमृत सरोवर में 12 महीनें पानी रहता है या नहीं यह जानने के लिए इनका भौतिक सत्यापन किसी निष्पक्ष टीम से कराया जाना जरूरी है। अमृत सरोवर में सबसे खराब स्थिति जिला पंचायत सीईओ एमएल त्यागी और अभिलाष मिश्र के समय की बताई जा रही है। इस मामले में इन दोनों के कार्यकाल में बने अमृत सरोवर में जांच की मांग उठ रही है? विशेषकर बिल्ड ट्रस्ट को किए गए भुगतान को लेकर सबसे ज्यादा सवाल है?
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 20 अप्रैल 2025