बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा। बिल्डट्रस्ट इन्फ्रा प्रायवेट लिमिटेड नामक वेंडर के लगे बिलों और किए गए भुगतान की यदि जांच करें तो एक बात स्पष्ट रूप से सामने आती है कि उक्त फर्म ने सर्वाधिक वेंडरिंग उसी क्षेत्र में की है जहां पर वर्तमान भीमपुर सीईओ अभिषेक वर्मा का कार्यक्षेत्र रहा है! चाहे वह बतौर आरईएस एसडीओ के प्रभार क्षेत्र हो या फिर अतिरिक्त प्रभार में मिली भीमपुर और चिचोली जनपद हो ? बिल्ड ट्रस्ट नामक वेंडर के भुगतान को लेकर लगातार आरोप लग रहे है? जो आरोप लगा रहे है उनका कहना है कि यदि इसकी जांच करा ली जाए तो और भी कई महत्वपूर्ण जानकारियां सामने आएगी? इस फर्म को वेंडरिंग और भुगतान में भरपूर एडजस्टमेंट का मौका दिए जाने के लिए आरोप लगते है? बताया गया कि आरईएस में ग्रेवल सडक़ें, सुदूर ग्राम सडक़ें सहित अमृत सरोवर में वेंडरिंग के बिल लगाने का मौका दिया गया? वहीं भीमपुर और चिचोली जनपद की पंचायतों में भी इस वेंडर को अपने बिल लगाकर भुगतान लेने का मौका दिया गया? अब कितना काम किया और कितना नहीं और कितना भुगतान हुआ यह जांच का विषय है? जिस तरह से भीमपुर के प्रभारी सीईओ अभिषेक वर्मा विवादों में चल रहे है उसे देखते हुए माना जा रहा है कि उनके प्रभार क्षेत्र के तमाम कामों की एक उच्च स्तरीय दल से जांच कराई जाना चाहिए? अब देखना यह है कि प्रशासन एसबीएम के अलावा अन्य कामों में लग रहे आरोपों को लेकर क्या रूख अपनाता है? अभी तक जो स्थिति है उसमें लग नहीं रहा है कि प्रशासन आरईएस के एसडीओ और प्रभारी सीईओ की जांच को लेकर कोई कदम उठाने वाला है? सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर अभिषेक वर्मा के कार्यक्षेत्र में ही इस वेंडर को इतना मौका क्यों और वर्मा से इनका क्या कनेक्शन है?
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 21 अप्रैल 2025