(बैतूल) कालोनी का नाम ग्रीन वैली रखा और 14 वृक्षों का किया कत्लेआम पर जिम्मेदार अफसर कर रहे है नजरअंदाज , - अचानक ही प्रशासनिक अधिकारियों में अवैध कालोनाईजर के लिए दिख रहा साफ्ट कार्नर

बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा। ग्राम जामठी स्थित भारत भारती में अवैध कालोनाईजर द्वारा आम लोगों ही नहीं प्रशासन की आंखों में भी धूल झोंकते हुए खसरा नंबर 354/10, 363/9 और 354/3 में अवैध कालोनी काटी थी और 8 से 10 प्लॉट बेच दिए गए, लेकिन पटवारी, आरआई आदि ने इसकी रिपोर्ट तक नहीं की? जिस तरह से कालोनाईजर ने गेट आदि का निर्माण किया, उससे यह नहीं कहा जा सकता कि इसकी सूचना या जानकारी स्थानीय पटवारी और आरआई को ना हो! खैर गत दिनों जब राजस्व अधिकारियों ने कलेक्टर के आदेश पर इस कालोनी में दबिश दी तो स्पष्ट हो गया कि यह कालोनी पूरी तरह से अवैध है? केवल डायवर्सन और खसरा खतौनी के दम पर यहां कालोनी काटकर प्लॉट बेचे गए है? इस कालोनी का नाम ग्रीन वैली रखा गया कि लेकिन यहां करीब 14 वृक्ष धराशाही किए गए है! आरोप तो यह है कि इमारती लकड़ी के भी वृक्ष थे, इन्हें जमींदोज करने के बाद महंगी इमारती लकड़ी गायब कर दी गई? वृक्ष काटने के पहले नियम अनुसार राजस्व, वन विभाग से भी कोई अनुमति नहीं ली गई है? जब एसडीएम मौके पर पहुंचे थे तब उन्होंने मीडिया को दिए बयान में कहा था कि वृक्ष धराशाही करने के मामले में अलग से कार्रवाई की जाएगी, लेकिन एक सप्ताह होने जा रहा है अभी तक कुछ नहीं किया गया? एक रिटायर्ड वन अधिकारी ने बताया कि जिस तरह से बिना अनुमति के वृक्ष काटे गए है और वैकल्पिक प्लांटेशन का पैसा जमा नहीं किया गया है तो तत्काल कालोनाईजर के खिलाफ एफआईआर दर्ज होना चाहिए। वहीं एसडीएम का कहना है कि नियम अनुसार कार्रवाई करेंगे लेकिन सवाल यह है कि यह कार्रवाई कब और क्या होगी?
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 25 मई 2025