(बैतूल) विद्युत वितरण कंपनी सुपर विजन चार्ज लेने के बाद भी ठेकेदार को स्टीमेट के विपरीत निर्माण की देती है छूट , - अधिकारी-ठेकेदार के गठजोड़ की खोल रहा पोल

बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा। विद्युत वितरण कंपनी में विद्युतीकरण के काम में धांधली नई बात नहीं है? अक्सर आरोप लगते है कि विद्युतीकरण का छोटा काम हो या बड़ा काम सभी जगह ठेकेदार और विद्युत कंपनी के अधिकारियों का गठजोड़ तकनीकी मापदंड को ताक पर रखकर गुणवत्ता निर्माण की गारंटी रहता है! विद्युतीकरण के काम में सिर्फ गांव के खेतों में ही नहीं बल्कि शहर में भी अतिव्यस्त क्षेत्र में धांधली की जाती है। जबकि विद्युत वितरण कंपनी को स्टीमेट के अनुसार काम कराने के लिए बकायदा सुपर विजन चार्ज मिलता है। इसके बावजूद विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारी सुपर विजन करने की जगह ठेकेदार को पूरा मौका देते है कि वह उनका भी ख्याल रखे और अपना भी बढिय़ा जमा ले।
- तकनीकी काम होने से कोई भी आसानी से नहीं पकड़ पाता...
विद्युतीकरण का काम तकनीकी काम है। इसमें होने वाली गड़बड़ी को कोई भी आसानी से नहीं पकड़ पाता। सामान्य व्यक्ति को तो यह भी नहीं समझता कि ट्रांसफार्मर जो लगाया गया वह मापदंड के अनुरूप है या नहीं?
- केस स्टडी... मुर्गी चौक का ट्रांसफार्मर दे रहा गवाही...
यदि विद्युत वितरण कंपनी द्वारा विद्युतीकरण काम में किए जा रहे गुणवत्ताहीन काम का परीक्षण करना है तो शहर के अंदर मुर्गी चौक पर लगाए गए ट्रांसफार्मर की जांच पड़ताल करा ली जाए? यहां पर विद्युत वितरण कंपनी को बकायदा सुपर विजन चार्ज मिला है। आरटीआई से निकाले गए दस्तावेजों और मौके पर हुए काम में जमीन आसमान का अंतर है। जो एक्सपर्ट है उन्होंने मौका मुआयना और दस्तावेज देखने के बाद इस काम को गुणवत्ताहीन ही नहीं असुरक्षित बताया।
- स्टीमेट और कुछ और मौके पर विद्युतीकरण कुछ और ही...
विद्युतीकरण के कामों की यदि जांच करा ली जाए तो यह बात स्पष्ट हो जाएगी कि शहर हो या गांव सभी जगह विद्युतीकरण के काम में स्टीमेट और कुछ रहता है और मौके पर काम कुछ और ही मापदंड से कराया जाता है ?
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 30 मई 2025