(बैतूल) जिला अस्पताल में साईंस हाउस की कमाई के लिए मरीजों के जबरन के टेस्ट करवाए जा रहे , - प्रायवेट लैब को सबसे ज्यादा कमाई करके देने वाले अस्पताल में बैतूल जिला अस्पताल भी

बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा। बैतूल जिला अस्पताल साईंस हाउस को प्रदेश में सबसे ज्यादा कमाई देने वाले अस्पताल में शामिल किया है! वजह यह है कि जिला अस्पताल में मरीजों को ऐसे टेस्ट भी लगवाए जा रहे है जिससे उनकी बीमारी के लिए कोई जरूरत ही नहीं है? जानकारी तो यह सामने आ रही है कि साईंस हाउस का मैनेजमेंट इतना तगड़ा है कि कुछ महंगी जांच सभी वार्डो में अघोषित रूप से कम्पलसरी कर रखी है। जिला अस्पताल में औसतन 100 से डेढ़ सौ जांच प्रतिदिन साईंस हाउस को दी जा रही है। बताया जा रहा है कि एक महीने में औसतन 35 से 40 लाख रूपए का भुगतान साईंस हाउस को जिला अस्पताल से किया जाता है?
एक जानकार ने बताया कि साईंस हाउस जिस रेट पर यहां जांच करता है, यदि उसकी तुलना उस जांच में आने वाले खर्च से कर ली जाए तो यह दो से तीन गुना ज्यादा नजर आएगा। मजेदार बात यह है कि इस तरह की जांच में जिला अस्पताल की लैब के सरकारी कर्मचारियों का भी भरपूर दोहन होता है। पिछले तीन वर्ष से साईंस हाउस ही जिला अस्पताल सहित स्वास्थ्य विभाग के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में सभी तरह की जांच की जिम्मेदारी संभाले हुए है और अच्छा खासा पैसा कमा रही है, लोग इसे भ्रष्टाचार की नजर देखते है। जो उच्च स्तर से लेकर जिला अस्पताल लेबल तक दिखाई देता है।
- 30 रूपए का खर्च जिस जांच में आता है उसके भी 105 रूपए...
जिला अस्पताल में सीबीसी की जांच के लिए साईंस हाउस करीब 105 रूपए क्लेम करती है। जानकार बताते है कि इस जांच के लिए उसे अधिकतम 30 रूपए का खर्चा आता है। इसका मतलब यह है कि यदि सरकार किसी प्रायवेट फर्म को थोक में काम दे रही है तो उसके रेट 105 रूपए की जगह अधिकतम 50 रूपए तक होना चाहिए पर यहां तो तीन गुना है।
- इस तरह की जांच हर मरीज के लिए कर रखी कम्पलसरी...
जिला अस्पताल के एक जानकार ने बताया कि एक अघोषित आदेश है, जिसमें सीबीसी, लिक्विड, एचबीए 1-सी, किडनी फंक्शन, एलजाईमा आदि की जांच अधिकांश मरीजों में कराई ही जाती है, जिससे कि साईंस हाउस का बिल तगड़ा बने।
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 31 मई 2025