(बैतूल) पुष्पेन्द्र बाबू के टैलेंट में सफाई कामगार तक अपने भुगतान के लिए हो रहे है हैरान परेशान , - सीएमएचओ कार्यालय में नए सीएमओ के आने के बाद भी भर्राशाही यथावत

बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा। बैतूल जिले के स्वास्थ्य विभाग के मुख्यालय सीएमएचओ कार्यालय में भर्राशाही पर कोई नियंत्रण नहीं हो रहा है और इस वजह से विभाग में ही सेवाएं देने वाले छोटे स्तर के कर्मचारी हैरान परेशान है? ऐसा ही कुछ स्वास्थ्य विभाग में सेवाएं देने वाले सफाई कामगारों के मामले में सामने आ रहा है। इन सफाई कामगारों ने ऑफ द रिकार्ड चर्चा में कहा कि वे पुष्पेन्द्र बाबू के टैलेंट में ऐसे उलझ गए है कि अपने ही भुगतान को लेकर उन्हें हैरान परेशान होना पड़ रहा है! उन्हें अपने घर के चूल्हे जलाने में मशक्कत करनी पड़ रही है? बताया गया कि विभाग में घोड़ाडोंगरी से लगातार यह बात सामने आ रही है कि वहां पर कम्प्यूटर ऑपरेटर और आउटसोर्स कर्मी को भी भुगतान नहीं हो रहा है? अब सवाल यह है कि आउटसोर्स कंपनी को सीधे भुगतान किसने किया? क्यों किया? इस एजेंसी को लाने वाला कौन है ? इसे विभाग में सेवाएं देने की जिम्मेदारी किसके द्वारा और कैसे दी गई? यह एजेंसी क्या कर रही है और नियम अनुसार भुगतान क्यों नहीं हो रहा है?
- सीएमएचओ नहीं तो कलेक्टर को करना चाहिए हस्तक्षेप...
जिले के स्वास्थ्य विभाग में जिस तरह की भर्राशाही चल रही है और सीएमएचओ बदलने के बाद भी वहां का बाबूराज कंट्रोल में नहीं आ रहा है उसे देखते हुए अब कलेक्टर को ही सीधे हस्तक्षेप करना चाहिए। यह बात 6 माह से भुगतान के लिए तरस रहे सफाई कामगारों ने कही है। उनका कहना है कि पुष्पेन्द्र बाबू जैसों के सिस्टम में यहां सभी परेशान है?
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 02 जून 2025