बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा।  विद्युतीकरण के काम में विद्युत कंपनी के अधिकारियों और ठेकेदारों की सांठगांठ से स्टीमेट के विपरीत काम किया जाता है। विद्युत कंपनी विद्युतीकरण कराने वाले उपभोक्ता से सुपरविजन चार्ज वसूल रही है फिर भी गुणवत्ताहीन काम किया जाता है। यह सबकुछ आला अधिकारियों की जानकारी में होता है, लेकिन इसके बाद भी सब मौन साधे रहते है। शहर के मुर्गी चौक पर लगा ट्रांसफार्मर इसका जीता जागता प्रमाण है। इस ट्रांसफार्मर को लगाए जाने में स्टीमेट में जो बताया गया कि उसके विपरित काम किया गया है और यह सब आरटीआई में निकाले गए दस्तावेज से सामने आ रहा है। जो विद्युत कंपनी में होने वाली धांधली और फर्जीवाड़े को जानते है उनका कहना है कि यह तो सिर्फ एक उदाहरण है। यहां तो हर विद्युतीकरण के काम में खुली धांधली और भ्रष्टाचार होता है। एक्सपर्ट का कहना है कि शहर से लेकर गांव तक यही हालत है। इसका बड़ा कारण यह है कि यह सब तकनीकी काम है और इसकी समझ सामान्य व्यक्ति को नहीं होती और इसका पूरा फायदा अधिकारी और ठेकेदार उठाते है। 

- स्टीमेट के विपरीत मुर्गी चौक ट्रांसफार्मर में यह सब सामने आ रहा...
1 - स्टीमेट के अनुसार 4 स्टे सेट में से एक भी यहां पर नहीं लगाया गया है?
2 - 125 एएमपी की जगह 100 एएमपी के फ्यूज डाले गए है?
3 - कारपेट गार्डनिंग नहीं लगाई है। जिससे आते-जाते दुर्घटना का खतरा है?
4 - अर्थिंग भी स्टीमेट के अनुसार नहीं लगाई गई? जीआई स्ट्रीप भी गायब है। 
5 - ट्रांसफार्मर क्रास बेसिंग चैनल भी नहीं है?
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 03 जून 2025