(बैतूल) @अंधेर नगरी चौपट राजा... - पुष्पेन्द्र बाबू का हिसाब गजब है, आधे ब्लॉक में गाड़ी मालिकों को भुगतान और आधे में नहीं किया , - स्वास्थ्य विभाग में वाहन संचालन में नए-नए मामले आ रहे सामने

बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा। स्वास्थ्य विभाग में वाहन संचालन के मामले में पुष्पेन्द्र बाबू का गणित समझना आसान नहीं है! वाहन संचालन में जो भुगतान होता है उसको लेकर भी भेदभाव वाली स्थिति नजर आती है? पुष्पेन्द्र बाबू जिले के आधे ब्लॉकों में भुगतान कर रहे है, लेकिन आधे ब्लॉक में नहीं कर रहे है, अब ऐसा तो हो नहीं सकता कि शासन का बजट आधे ब्लॉक के लिए आया हो और आधे ब्लॉक के लिए नहीं? क्या भुगतान रोकना भी किसी मंशा के तहत दबाव बनाने की रणनीति तो नहीं? वाहन मालिकों में ही जो खुसर फुसर होती है उससे तो बहुत सी बाते सामने आती है, लेकिन विभाग के जिम्मेदार इस तरह के सिस्टम को लेकर अज्ञात कारणों के चलते चुप्पी साधे रहते है और यही कारण है कि पुष्पेन्द्र बाबू की मनमानी को लेकर तमाम तरह के आरोप लगते है? जो जानकारी सामने आ रही है उसके अनुसार सीएमएचओ को पुष्पेन्द्र बाबू से पूछना चाहिए कि प्रभातपट्टन, मुलताई, भीमपुर, आमला चिचोली में विगत 6 से 8 माह के दौरान आरबीएसके के तहत चलने वाले वाहनों का भुगतान हुआ या नहीं यदि नहीं हुआ तो क्या कारण है? वहीं सेहरा, घोड़ाडोंगरी और शाहपुर की गाडिय़ों का भुगतान हुआ तो क्या कारण है? अलग-अलग ब्लॉकों में भुगतान की अलग-अलग स्थिति अपने आप संदेह को जन्म देती है।
- क्या यह बात झूठ है कि वाहन संचालकों को धौंस दी जाती है..?
इधर वाहन मालिकों से ही ऑफ द रिकार्ड यह भी सामने आया है कि भुगतान सहित अन्य मामलों को लेकर यदि कोई वाहन मालिक पुष्पेन्द्र बाबू से सवाल-जवाब करता है तो उसे धौंस दी जाती है कि गाड़ी चलाना है तो चलाओ वरना बंद कर दो?
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 03 जून 2025