बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा।  स्वास्थ्य विभाग में अनुबंधित वाहनों के संचालन में तमाम तरह की खामियां सामने आ रही है और इनको लेकर बकायदा जांच के आदेश भी सीएमएचओ ने जारी किए है और एक दल भी गठित किया है। इतना सब होने के बाद भी पुष्पेन्द्र बाबू की हिम्मत की सभी दाद दे रहे है। जांच शुरू होने के बाद भी अपने कथित स्वजनों के वाहन पहले की तरह ही संचालित करवा रहे है! इन वाहनों को लेकर कई तरह के सवाल है? यदि नियम से इन वाहनों की जांच हुई तो उससे सिद्ध हो जाएगा कि अनुबंधित वाहनों के संचालन में किस-किस तरह से धांधली हुई और उसमें पुष्पेन्द्र बाबू की क्या भूमिका रही?

- सवाल 01 :-
क्या कारण है कि प्रभातपट्टन में आरबीएसके के तहत संचालित गाडिय़ों का भुगतान नहीं हुआ, क्या गाडिय़ों का संचालन नहीं हो रहा?

- सवाल 02 :-
पट्टन में पदस्थ डॉ पदमा नागवंशी से क्या पूछा जाएगा कि जो अनुबंधित वाहन सेवा में लगाया गया है उसका भुगतान हुआ या नहीं?

- सवाल 03 :- 
सेहरा में आरबीएसके डॉ. गोविंद साहू स्वयं अनुबंधित वाहन की ड्रायविंग क्यों कर रहे है? क्या उन्हें वाहन मालिक ने चालक उपलब्ध नहीं कराया?

- डॉ. मनोज हुरमाड़े क्या बतौर सीएमएचओ अपने कार्यालय के काकश को तोड़ पाएंगे?
स्वास्थ्य विभाग में बतौर सीएमएचओ डॉ. मनोज हुरमाड़े की पोस्टिंग हुई है। वे बैतूल जिले में पूर्व में भी तैनात रहे है और इसलिए वे सीएमएचओ कार्यालय के सिस्टम और काकस को बखूबी जानते समझते होंगे। सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या वे इस काकश को तोड़ पाएंगे या फिर अन्य पूर्व सीएमएचओ की तरह सिस्टम को चलने देंगे?
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 10 जून 2025