बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा।  जल गंगा संवर्धन अभियान 30 जून तक चलेगा और इस दौरान जो काम शुरू किए गए है उनकी प्रोग्रेस लाने के लिए हर तरीका अपनाया जा रहा है। बताया जा रहा है कि जिला पंचायत के माध्यम से पंचायतों में जो जल संर्वधन के काम कराए जा रहे है उसमें भी यह स्थिति नजर आ रही है। 30 जून तक हर हाल में अमृत सरोवर, खेत तालाब आदि के निर्माण में पंचायतों पर काम पूरा करने का दबाव है और ऐसी स्थिति में मनरेगा से कराए जा रहे इन कामों में मशीनों का भी उपयोग हो रहा है। अभी हाल ही में केरपानी पंचायत में मनरेगा में बन रहे खेत तालाब आदि में मशीने चलाए जाने के आरोप लगे थे और कहा गया था कि यह मशीनें जनपद सीईओ के मौखिक निर्देश पर चलाई जा रही है। इधर पंचायतों से यह जानकारी सामने आ रही है कि इन कामों में मजदूरों के भरोसे समय सीमा में काम पूरा नहीं किया जा सकता है और मानसून सिर पर आ खड़ा है और ऐसी स्थिति में बिना मशीन के काम नही हो सकता। इसलिए अघोषित रूप से अधिकारियों ने कहा है कि जैसे भी हो समय सीमा में काम पूरा करो। खैर मशीनों से काम कराए जाने का एक और बड़ा प्रमाण यह है कि इन दिनों जिला मुख्यालय बैतूल में जेसीबी और पोकलेन जैसी तमाम मशीन उपलब्ध नहीं है। इन मशीनों के मालिकों का कहना है कि अभी पिछले दो-तीन महीनों से ग्रामीण क्षेत्र में खुदाई का काम खूब मिल रहा है इसलिए मशीनें उस तरफ ही चल रही है। अब इन तथ्यों की सच्चाई क्या है यह तो जांच के बाद ही स्पष्ट होगी। 

- पंचायतों में जल गंगा संवर्धन अभियान में यह काम किए गए स्वीकृत...
1 - जिले में 1662 नवीन खेत तालाब  स्वीकृत किए गए जिसमें से 1712 प्रगतिरत बताए जा रहे है। 
2 - जिले में 30 अमृत सरोवर स्वीकृत किए गए थे। इसमें 33 में प्रगति बताई जा रही है। 
3 - कुंआ रिचार्ज के 3800 काम स्वीकृत किए गए, जिसमें 4131 में प्रगति बताई जा रही है। 
4 - प्रचलित और नवीन सतही जल संग्रहन और भू-जल संवर्धन के 2200 काम स्वीकृत किए गए, इसमें से 614 प्रगतिरत बताए जा रहे है। 
5 - धार्मिक, सांस्कृतिक, ऐतिहासिक महत्व वाले तालाबों, जल संरचनाओं तथा देवालायों की साफ सफाई और जीर्णोद्वार के 10 काम स्वीकृत थे और सभी प्रगतिरत बताए गए। 
6 - पुराने तालाब, चेक डेम, स्टाफ डेम की मरम्मत और जीर्णोद्वार के 82 काम स्वीकृत हुए थे, इसमें से 38 काम प्रगतिरत है। 
7 - प्रमुख नदियों के उदगम स्थल में वॉटर शेड विकास कार्य 3 स्वीकृत किए गए और तीनों प्रगतिरत है।
8 - भू-जल पुन: भरण हेतु रिचार्ज पिट संरचना के 59 काम स्वीकृत किए गए और 28 प्रगतिरत है। 
9 - सार्वजनिक प्याऊ की व्यवस्था 153 स्वीकृत की गई और 153 ही संचालित बताई गई।
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 14 जून 2025