बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा। आमला तहसील में कृषि विभाग के माध्यम से किसानों को वितरित किया गया सोयाबीन का बीज अंकुरित नहीं हुआ, जिससे किसानों की खरीफ की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई है। गुरुवार को जिला कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष छन्नू बेले के नेतृत्व में किसानों ने आमला तहसीलदार को ज्ञापन सौंपकर जेएस 2098 बीज अंकुरित नहीं होने से किसानों को फसल मुआवजा प्रति हेक्टेयर 18 हजार की राशि दिए जाने तथा कंपनी मालिक पर कार्रवाई किए जाने की मांग की है।  ज्ञापन के माध्यम से जिला कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष श्री बेले ने बताया जिले के आमला ब्लॉक में किसानों को जेएस 2098 किस्म का बीज वितरित किया गया था, लेकिन बीज की गुणवत्ता इतनी खराब निकली कि जमीन में बुवाई के बाद भी अंकुरण नहीं हुआ।
 किसानों का कहना है कि यह बीज उन्नत उत्पादन और किसान हित में वितरित किया था, लेकिन अब यह बीज किसानों के लिए मुसीबत बन गया है। फसल पूरी तरह चौपट होने से किसानों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है। इसकी जानकारी लगने पर कृषि विभाग के अधिकारी ने सिर्फ पंचनामा तैयार किया है, मुआवजा संबंधी कोई कार्रवाई नहीं की गई। किसानों का आरोप है कि कृषि विभाग द्वारा बिना गुणवत्ता जांच के किसानों को जो बीज वितरित किया गया, वही इस नुकसान की मुख्य वजह है। उन्होंने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए दोषियों पर सख्त कार्रवाई और किसानों को त्वरित राहत देने की मांग की है। प्रभावित किसानों का कहना है कि यदि प्रशासन जल्द मुआवजे और दोषियों पर कार्यवाही नहीं की गई तो आंदोलन किया जाएगा।
 ज्ञापन देने वालों में जिला कांग्रेस कमेटी उपाध्यक्ष छन्नू बेले विश्राम उईके, ओम दास शेषकर, देवराम चौकीकर, दिलीप रावत, रमेश दामले, भोजराज, महेश, धनलाल नागले, सुखदेव नारे, रामदयाल राठौर, दिलीप रावत, दिनेश, देवराव चौकीकर सहित अन्य किसान शामिल है।
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 04 जुलाई 2025