बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा। जिला अस्पताल में इसी सप्ताह में गाईनोलॉजिस्ट द्वारा सीजेरियन के 5 हजार रूपए मांगने पर हंगामे का मामला सामने आया और अब एक 108 वाहन चालक द्वारा 300 रूपए मांगने के आरोप लगे है। इसके बाद आनन-फानन में कलेक्टर जिला अस्पताल पहुंचे और उन्होंने अपने तेवर के अनुसार खरी खोटी भी सुनाई। सोमवार के कलेक्टर के इस निरीक्षण के साथ ही कलेक्टर द्वारा इस तरह की स्थितियों में कब-कब निरीक्षण किया गया यह भी लोगों को याद आ गया। अब सवाल यह है कि कलेक्टर के निरीक्षण के बाद भी जिला अस्पताल में रिश्वत जैसी व्यवस्था क्यों नहीं बंद हो रही है। कलेक्टर जब भी निरीक्षण करते है तो दो-चार दिन रिश्वत का सिस्टम बंद हो जाता है और फिर शुरू हो जाता है। यह स्थिति अब जिला अस्पताल में क्यों बन रही है और इसे रोके जाने में क्यों प्रशासन नाकाम है यह रिसर्च का विषय है। कुल मिलाकर जो सिस्टम है वह किसी सूरत में नहीं बदेलगा।
आरोप के बाद जांच में बरी हो जाते है डॉक्टर इसलिए रिश्वत का नहीं रूकता सिस्टम
जिला अस्पताल में पूर्व में सीएमएचओ रहे सर्जन डॉ. धाकड़ पर रिश्वत मांगने के आरोप लगे थे। लगभग तीन वर्ष तक जांच चली। इस जांच के बाद सामने यह आया कि जो आधा दर्जन आरोप लगे थे उनमें से अधिकांश में डॉक्टर को क्लीनचिट मिल गई। सिर्फ एक आरोप को आंशिक रूप से सही पाया गया और इसके बाद डॉक्टर को तमाम आरोपों से बरी कर दिया गया। 

- बिना पैसे को तो भगवान भी आ जाए तो जिला अस्पताल में सीजन नहीं करा सकता...
जिला अस्पताल में सीजर ऑपरेशन को लेकर सबसे ज्यादा आरोप लगते है। यहां पर एक सीजर का 5 हजार रूपए फिक्स है और यह पांच हजार रूपए तीन हिस्सों में बंटता भी है। जिला अस्पताल में सीजर के 5 हजार रूपए लगते है और ज्यादातर ग्रामीण क्षेत्र के लोग ही जिला अस्पताल में प्रसूति के लिए आते है। यदि नहीं दिया जाए तो उन्हें स्थिति क्रिटिकल बताकर रेफर किया जाता है। 

- हर कलेक्टर जिला अस्पताल में निरीक्षण करता है पर यहां व्यवस्था नहीं बदलती...
जिला अस्पताल का यदि ट्रेक रिकार्ड उठाकर देख लिया जाए तो कलेक्टर नरेन्द्र सूर्यवंशी के पहले कलेक्टर अमनबीर सिंह बैंस भी निरीक्षण करते थे और उन्होंने तो तेज तर्रार आईएएस जिला पंचायत सीईओ अभिलाष मिश्र को भी जिला अस्पताल की व्यवस्था सुधारने की जिम्मेदारी दी थी, लेकिन सच्चाई यह है कि इस तरह के निरीक्षणों से जिला अस्पताल में व्यवस्था ना बदली है ना बदलेगी।
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 07 जुलाई 2025