(बैतूल) विकास नगर टू-लेन की चौड़ाई एक जैसी नहीं और उस पर अतिक्रमण से हादसों का खतरा , - सुबह-दोपहर और शाम को स्कूल बसों की आवाजाही के समय यहां ट्रैफिक चलता नहीं रेंगता है..

बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा। बैतूल शहर में सोनाघाटी से लेकर आमला तक एमपीआरडीसी ने सडक़ का निर्माण 2017-18 में किया था । इस सडक़ के बैतूल शहर के हिस्से को टू-लेन बताया गया। यह सडक़ कॉलेज चौक से लेकर हमलापुर चौक तक किसी भी सूरत में टू-लेन नजर नहीं आती है और ना ही इस पर अलग-अलग लेन दिखाने के लिए पर्याप्त ऊंचाई वाले डिवाईडर लगाए गए है। इस सडक़ पर जिस तरह का वर्तमान समय में ट्रैफिक है उसे देखते हुए यहां पर हमेशा दुर्घटना का अंदेशा बना रहता है और इसका सबसे बड़ा कारण इस कथित टू-लेन के दोनों तरफ अतिक्रमण होना है। बताया गया कि कॉलेज चौक से लेकर हमलापुर तक लगभग 1 किलोमीटर के इस दायरे में हनुमान मंदिर से लेकर वन विद्यालय तक सडक़ पर स्थाई और अस्थाई दोनों तरह का अतिक्रमण नजर आता है। यह अतिक्रमण फैलते हुए सडक़ किनारे तक आ चुका है, लेकिन इस तरफ कभी भी नगरपालिका और जिला प्रशासन का ध्यान ही नहीं जाता है। यह क्षेत्र धीरे-धीरे बड़ा व्यवसायिक क्षेत्र बनते जा रहा है। विशेषकर फर्नीचर मार्ट का हब बन रहा है। इसके बावजूद यहां पर अतिक्रमण हटाने में किसी का ध्यान नहीं है। यहां सडक़ की डिजाईन में एक खामी यह भी है कि सडक़ कॉलेज चौक से लेकर हमलापुर तक एक जैसी चौड़ाई में नहीं है। अलग-अलग जगह पर अलग-अलग चौड़ाई में है टू-लेन होने के बाद भी कई जगह एक लेन इतनी सक्रिय है कि एक साथ दो वाहन नहीं निकल सकते। उस पर अतिक्रमण होने की वजह से सिंगल वाहन भी रेंगते हुए निकलते है। यह मामला जनप्रतिनिधियों के भी संज्ञान में है, लेकिन फिर यहां का अतिक्रमण हटाने को लेकर किसी का कोई ध्यान ही नहीं जाता।
- स्कूल लगने और छूटने के समय वाहनों की रहती है रेलमपेल...
इस सडक़ पर एक प्रतिष्ठित निजी स्कूल है और यहां पर अच्छी खासी दर्ज संख्या है। जब यह स्कूल लगता है या छूटता है उस समय स्कूल बस, ऑटो के साथ-साथ स्कूटी, बाईक आदि की रेलमपेल रहती है और ऐसे में यहां हादसे का खतरा ज्यादा नजर आता है। अतिक्रमण होने की वजह से वाहन रेंगते हुए निकलते है। इस क्षेत्र के निवासियों का कहना है कि यदि इस सडक़ का अत्रिकमण हटा दिया जाए तो कम से कम इतनी जगह तो बनेगी कि ट्रैफिक आसान तरीके से आवाजाही कर सके।
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 13 जुलाई 2025